उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से सहायक अभियंता के पदों पर भर्ती के लिए जारी सम्मलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा 2024 में प्रारम्भिक परीक्षा को भी शामिल करने से अभ्यर्थियों के लिए चुनौती बढ़ गई है। कहना है की प्रारम्भिक परीक्षा में 22 विषयों को शामिल किया गया है जबकि किसी भी राज्य की अभियंत्रण सेवा की भर्ती में इतना बड़ा पाठ्यक्रम नहीं होता है।
सहायक अभियंता भर्ती में पहले केवल एक लिखित परीक्षा और इंटरव्यू होता था। आयोग ने अब इसमें प्रांभिक परीक्षा को भी शामिल कर लिया है। अभ्यर्थी इसका विरोध कर रहे है। ग्रेजुएट इंजीनियरिंग स्टूडेंट वेल्फेयर एसोशिएशन के अध्यक्ष दीपक सिंह का कहना है कि नई परीक्षा योजना में शामिल प्रारम्भिक परीक्षा में 22 नए विषयों को जोड़ दिया गया जिनका सिविल व मैकेनिकल अभियांत्रिकी से कोई सीधा सरोकार नहीं है और न ही किसी अन्य प्रदेश में इस परीक्षा के लिए ऐसा पाठ्यक्रम है।
परीक्षा योजना के अनुसार प्रांभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के 150 प्रश्न पूछे जाएंगे जिन्हें हल करने के लिए 2 घंटे का समय मिलेगा। हर प्रश्न 2 अंकों का होगा और परीक्षा 300 अंकों की होगी।
150 प्रश्नो में सामान्य ज्ञान के 25, सामान्य हिन्दी के 25 व इंजीनियरिंग एपटिट्यूड के 100 प्रश्न होंगे। छात्रों का कहना है अभियांत्रिकी के 20-25 विषयों के साथ उन्हें हिन्दी व सामान्य विज्ञान पढ्न होता है लेकिन प्राइमरी परीक्षा में 22 अन्य विषय जोड़ देने से छात्रों पर बोझ बढ़ गया है।
छात्रो की मांग क्वालिफ़ाइंग हो परीक्षा
प्रारम्भिक परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों में से पदों के मुक़ाबले 15 गुना अभ्यर्थियों को ही मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया जाएगा। जबकि छात्रों की मांग है की प्रारम्भिक परीक्षा क्वालिफ़ाइंग हो और 35 फीसदी कटऑफ अंक निर्धारित किए जाएं। पास होने वाले सभी अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा में शामिल किया जाए। छात्रों ने यह भी मांग की है कि प्रारम्भिक परीक्षा खत्म करें या नए जोड़े गए 22 विषयों को हटाकर टेक्निकल विषय ही प्रारम्भिक परीक्षा में रखें जाएं।