69000 शिक्षक भर्ती: ओबीसी आयोग इन 6000 सीटों को जोड़ने का दे सकता है आदेश
उत्तर प्रदेश में चल रही 69000 शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) में आरक्षण को लेकर मचे बवाल के बाद अब एक नया मामला और सामने आया है। इस शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) में जिस तरह से धांधली की गई है, उसके खिलाफ आवाज उठी है तो वही राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (National Commission for Backward Classes) भी सख्त है।
आरक्षण में हुए खिलवाड़ के बाद अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग (National Commission for Backward Classes) की सख्ती के बाद अब सब पोल खुलने लगी है। 20 अगस्त को बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने आयोग (National Commission for Backward Classes) के समक्ष कटऑफ की बात बताई है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार सामान्य वर्ग और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के अभ्यर्थियों में महज .38 गुणांक का ही अंतर रहा है। आरक्षण में खिलवाड़ के अब 6000 सीटों को भी जोड़ने की मांग उठने लगी है।
69000 शिक्षक भर्ती: क्या 15 हजार अभ्यर्थियों की नौकरी से विभाग ने किया खिलवाड़!
69000 शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) में एमआरसी (MRC System) का दंश झेल रहे पीड़ितों ने आयोग के सामने 68500 शिक्षक भर्ती (68500 Assistant Teachers) में पिछड़ा वर्ग (OBC) की बची 6000 सीटों को जोड़ने की मांग की जाने लगी है। अभ्यर्थियों ने आयोग (National Commission for Backward Classes) से उस भर्ती में जनरल अभ्यर्थियों को दी गई 6000 सीटों को इस भर्ती (69000 Assistant Teachers) में ओबीसी वर्ग (OBC) के अभ्यर्थियों को देने की मांग कर रहे हैं। बता दें, 68500 शिक्षक भर्ती (68500 Assistant Teachers) में ओबीसी वर्ग (OBC) की 6000 सीटों को जनरल अभ्यर्थियों को दे दिया गया था।
इस शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) में यह सीटें खाली रह गई थी और बेसिक शिक्षा विभाग ने इस सीटों पर जनरल वर्ग के अभ्यर्थियों की भर्ती कर दी थी। दोनों ही भर्तियां एक ही है, ऐसे में अब अभ्यर्थियों ने उस भर्ती खाली बची हुई सीटों को जुड़वाने की गुहार लगाई है। बता दें, ओबीसी आयोग (National Commission for Backward Classes) एमआरसी (MRC) के मुद्दे को लेकर काफी गंभीर है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की तरफ से आयोग (National Commission for Backward Classes) की शक्तियों का अनदेखा किए जाने की वजह से इस भर्ती (69000 Assistant Teachers) पर स्टे लगा दिया गया है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (National Commission for Backward Classes) ने इस शिक्षक भर्ती पर स्टे सात जुलाई को लगाया है।
69000 शिक्षक भर्ती: ओबीसी आयोग ने फिर जारी की चिट्ठी, 20 को करेगा मामले पर सुनवाई
आयोग को 30 अगस्त तक मिल जाएगी सूची
ओबीसी आयोग (National Commission for Backward Classes) इस शिक्षक भर्ती में काफी सख्त है। ऐसा कहा जा रहा है कि एमआरसी (Meritorious Reserved Candidate) की आड़ में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को लाभ देने के लिए करीब 15 हजार आरक्षित वर्ग के युवाओं के भविष्य के साथ में खिलवाड़ कर दिया है। इसकी वजह से अब आयोग सख्त है। अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग (National Commission for Backward Classes) की सख्ती के बाद इस भर्ती (69000 Assistant Teachers) में हुए घालमेल की सारी पोल खुलने लगी है। ओबीसी आयोग (National Commission for Backward Classes) अभी भी चयनित अभ्यर्थियों की कटऑफ लिस्ट वर्गवार मांग रहा है, लेकिन विभाग के अधिकारी उस लिस्ट को देना नहीं चाहते हैं।
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (National Commission for Backward Classes) ने 30 अगस्त को ही इस भर्ती (69000 Assistant Teachers) में चयनित हुए अभ्यर्थियों की सूची मांगी थी। अधिकारियों ने गुरुवार को पेशी के समय ओबीसी आयोग (National Commission for Backward Classes) से लिस्ट को उपलब्ध कराने के लिए 10 दिन का समय मांगा है। विभाग ने इस शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) में जिस तरह से धांधली की है, उसको लेकर अब प्रश्न उठने लगे हैं। सभी मानकों की अनदेखी करके भर्ती (69000 Assistant Teachers) प्रक्रिया को सम्पन्न कराने की कोशिश की थी, लेकिन अब इस मामले में काफी सख्ती देखने को मिल रही है।
69000 शिक्षक भर्ती: बीजेपी विधायक ने सीएम को लिखा पत्र, कहा नियम के तहत कराएं ओवरलैपिंग
महज .38 कटऑफ का रहा अंतर
इस शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) में धांधली का आलम यह रहा है कि आयोग (National Commission for Backward Classes) के अधिकारियों की बार-बार सख्ती के बाद भी विभाग के अधिकारी नहीं जागे। संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए जब आयोग सख्त हुआ, तो आखिरकार विभाग के अधिकारियों को रिपोर्ट पेश करनी ही पड़ी। ऐसा कहा जा रहा है कि इस भर्ती में करीब 31 हजार रैंक तक ही आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का चयन होना था, लेकिन करीब 50 हजार रैंक तक पर भी सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी का चयन हुआ है। 69 हजार शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) में एमआरसी (MRC System) की वजह से ओबीसी (OBC) और एससी (SC) वर्ग के अभ्यर्थियों का हक मरा गया है।
अभ्यर्थियों का कहना था कि मेरिट लिस्ट में जनरल और ओबीसी (OBC) वर्ग की मेरिट में कुछ ज्यादा अंतर नहीं रह गया 20 अगस्त को अधिकारियों की तरफ से आयोग (National Commission for Backward Classes) में बताई गई मेरिट में अधिकारियों ने बताया कि महज .38 कटऑफ का अंतर रहा है। यही नहीं, इसकी वजह से प्रदेश के करीब 15 हजार ओबीसी (OBC) और हजारों एससी (SC) वर्ग के अभ्यर्थियों को नुकसान हुआ है। अधिकारियों ने मुताबिक 69 हजार शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) में जनरल अभ्यर्थियों की अंतिम कटऑफ 67.11, ओबीसी वर्ग की कटऑफ 66.73, अनुसूचित जाति वर्ग की कटऑफ 61.01 और अनुसूचित जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों की कटऑफ 56.09 तक गई है।
69000 शिक्षक भर्ती: आरक्षण में हुए खेल का खुलासा, जनरल और OBC की कटऑफ में सिर्फ .38 नंबर का अंतर
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...