हैदराबाद कांड: 'एनकाउंटर मैन' के रूप में मशहूर हैं साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर सज्जनार
हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के रेप और मर्डर के आरोपियों को आज सुबह एनकाउंटर में मार गिराया गया है। तेलगांना पुलिस ने शुक्रवार की तड़के एनकाउंटर करके मार गिराया। वेटरनरी डॉक्टर की हत्या और रेप के आरोपियों का एनकाउंटर होने के बाद जहां तेलगांना पुलिस की तारीफ की जा रही है, तो वहीं सवाल भी उठ रहे हैं। इस मामले में सोशल मीडिया पर हीरो बने एनकाउंटर के बाद साइबराबाद पुलिस कमिश्नर सज्जनार है। सोशल मीडिया पर छाए सज्जनार को एनकाउंटर मैन के नाम से भी जाने जाते हैं। बता दें, तेलंगाना के वारंगल में इससे 11 साल पहले जब एक कॉलेज गर्ल पर तेजाब से हमला कर दिया गया था, तब भी वहां पर काफी विवाद हुआ था। उस मामले में भी उनकी ही अगुवाई में तीन आरोपियों का एनकाउंटर करके ढेर कर दिया गया था। इस मामले में छात्रा के घर पर मिलने के लिए काफी लोग पहुंचें थे।
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1996 बैच के हैं आईपीएस
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाने वाले सज्जनार 1996 बैच के आईपीएस है। इस समय वो हैदराबाद और सिकंदराबाद के आउटस्कर्ट इलाके साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर हैं। उन्होंने इससे पहले भी दो बड़े एनकाउंटर किए है, जिसमें एक मामला वारंगल में पुलिस कमिश्नर रहते हुए दो लड़कियों पर एसिड अटैक करने वाले तीन युवकों के एनकाउंटर का था। उन्होंने इस मामले में 2008 में तीन युवकों को मार गिराया था। तब उनके ऊपर इन युवकों को रिहा करने का दवाब था क्योंकि वह युवक रसूखदार परिवारों के थे।
वेटरनरी डॉक्टर का मामला
तेलंगाना के साइबराबाद इलाके में 27 और 28 नवंबर की रात को चार लोगों ने वेटरनरी डॉक्टर के साथ में दुष्कर्म करने के बाद जिंदा जलाने की कोशिश की थी। महिला को जिंदा जलाने के बाद नेशनल हाईवे-44 पर जला दिया था। इस घटना के बाद पकड़े गए सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए शुक्रवार को पुलिस ले गई थी, कि तभी उन्होंने भागने की कोशिश की। आज पुलिस नेशनल हाईवे-44 के नजदीक स्थित घटनास्थल पर क्राइम सीन को रीकंस्ट्रक्ट करने के लिए लेकर गई, उनके भागने पर पुलिस ने इस मुठभेड़ में भाग रहे चारों आरोपियों को मार गिराया।
माओवादियों के खिलाफ एनकाउंटर
1996 बैच के आईपीएस अधिकारी वीसी सज्जनार की भी बहुत बड़ी भूमिका तत्कालीन आंध्र प्रदेश में सक्रिय माओवादियों के खिलाफ रही। उन्होंने माओवादियों को भागने के लिए कई सारे एनकाउंटर भी किए थे। वैसे, एनकाउंटर का नाम सुनते ही माओवादी खौफ खा जाते थे। उन्होंने हैदराबाद में बतौर पुलिस कमिश्नर उन्होंने डेढ़ साल पहले ही कमान संभाली थी।
वारंगल तेजाब कांड 2008
तेलंगाना (तत्कालीन आंध्र प्रदेश) के वारंगल जिले में साल 2008 में एक छात्रा के ऊपर तीन लोगों ने तेजाब से हमला किया था। तेजाब की वजह से छात्रा गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी। यह मामला भी राज्य में काफी उछला था और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनको कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग की गई थी। यह मामला भी राज्य में खूब सुर्खियां बटोरे हुए था। पुलिस ने इस मामले में पकड़े गए तीन आरोपियों को एक मुठभेड़ में मार गिराया था। उस समय भी पुलिस का बिल्कुल ऐसा ही सीन था। आरोपियों ने पुलिस टीम पर हमला किया जिस दौरान हुई गोलीबारी में तीनों आरोपी मारे गए थे।
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