
अशोक कुमार ने अपने भाई किशोर कुमार की अजीब आदत का एक किस्सा सुनाया था सालों पहले। साल 1956 में अशोेक कुमार और किशोर कुमार एम.वी.रमन की फिल्म भाई भाई की शूटिंग कर रहे थे। किशोर कुमार को उनकी पूरी फीस नहीं मिली थी। औऱ उनके कुछ दृश्य शूट होना बाकि थे। एक दिन अशोक कुमार और किशोर कुमार, दोनों को ही कुछ सीन्स शूट करने थे।
एम.वी.रमन ने किशोर कुमार से वादा किया था कि जैसे ही वो शूटिंग करने आएंगे उन्हें उनका बकाया मिल जाएगा। किशोर कुमार जब स्टूडियो पहुंचे तो उन्होंने घुसते ही एम.वी.रमन से कहा,”मेरे पैसे कहां हैं?” एम.वी.रमन ने उनसे कहा,”मेरा एक आदमी पैसे लेने गया हुआ है। तब तक तुम शूटिंग ही कर लो।” लेकिन किशोर दा ने शूटिंग करने से साफ इन्कार कर दिया।
वो जब मानने को तैयार ही नहीं हुए तो एम.वी.रमन ने दादामुनि अशोक कुमार से किशोर दा को मनाने की विनती की। अशोक कुमार जी ने कहा तो किशोर दा चुपचाप मेकअप करने चले गए। फिर मेकअप कराकर जब किशोर दा वापस आए तो उन्होंने आते ही फिर से पूछा,”मेरे पैसे कहां हैं?” एम.वी.रमन ने उनसे कहा,”मेरा आदमी पैसे लेकर निकल चुका है। वो कभी भी पहुंच जाएगा।
इतने तुम अपने सीन्स तो शूट करना शुरू करो। शूटिंग शुरू हुई। सीन के मुताबिक किशोर दा को एक दरवाज़े से चलकर दूसरे दरवाज़े तक आना था। लेकिन ऐसा करने कि बजाय उन्होंने बड़ी ही अजीब-अजीब हरकतें करना शुरू कर दिया। उन्होंने एक सामने वाली कूद लगाई जिसे अंग्रेजी में समरशॉट कहा जाता है। कूद लगाते ही वो बोले,”पांच हज़ार।”
फिर उन्होंने एक फॉरवर्ड रॉल किया और बोले,”दस हज़ार।” फिर उन्होंने दो और फॉरवर्ड रोल की और वो दरवाज़े के बाहर पहुंच गए। वहां उठकर बोले,”मैं जा रहा हूं। बाय-बाय।” वो सच में चले गए। और वो सच में उस दिन अपने घर चले गए। कुछ दिन बाद उन्होंने अशोक कुमार जी को बताया,”मैं जानता था ये एम.वी.रमन उस दिन पैसे नहीं देने वाला था। इसिलिए तो मैं चला आया।”
तो ये थे साहब हमारे और आपके प्यारे किशोऱ कुमार। आज किशोर दा की पुण्यतिथि है। आज ही के दिन, यानि 13 अक्टूबर को साल 1987। में किशोर दा का निधन हुआ था। किस्मत का खेल देखिए, आज किशोर दा के बड़े भाई दादामुनि अशोक कुमार जी का जन्मदिन भी है। अशोक कुमार जी का जन्म हुआ था 13 अक्टूबर 1911 को भागलपुर में। भारतीय फिल्म जगत में इन दोनों भाईयों ने जो नाम कमाया वो हर किसी के नसीब में नहीं होता।