अजय देवगन ने कहा अब हमें बाहुबली जैसी फिल्में बनानी होगी

अभिनेता अजय देवगन कहते हैं कि ऐसी फिल्में बनाई जानी चाहिए जिसे बड़े परदे पर देखकर ही अनुभव किया जाए। इंटरनेट के जमाने में दर्शकों के पास बहुत सारी बेहतरीन कहानियां हैं, जिसे वह घर बैठे देख सकते हैं। कहने का मतबलब है कि हमें बाहुबली जैसी फिल्में बनानी चाहिए।
आज डिजिटल के इस जमाने में अच्छी फिल्म बनाना मुश्किल हो रहा है। दर्शकों को थिएटर तक लाने के लिए अब बेहतरीन फिल्मों का निर्माण जरूरी है।
अजय कहते हैं, 'कितना भी डिजिटल का जमाना आ जाए सिनेमा हॉल तो कभी खत्म नहीं होंगे, ऐसा कभी भी नहीं होगा कि सिनेमा हॉल न रहें। अब एक चीज जरूर हो रही है और आगे भी होगी, जिसमें आपको कुछ भी फिल्म बनाने से पहले यह सोचना होगा कि आप क्या बना रहे हैं।
अजय आगे कहते हैं, 'ये खुद मेरे साथ ऐसा होता है... जब कोई छोटी और बहुत अच्छी फिल्म के बारे में सुनता हूं तो सोचता हूं, यार यह तो मैं डिजिटल में देख लूंगा, लेकिन जब कोई ऐसी फिल्म होती है, जिसे बड़े परदे पर देख कर ही अनुभव किया जा सकता है, ऐसे में थिएटर जाना ही पड़ेगा, जैसे निर्देशक राजामौली की फिल्म बाहुबली थी।'
अजय अपनी बात बढ़ाते हुए कहते हैं, 'अब हमें बाहुबली जैसी फिल्में बनानी होंगी, बाहुबली जैसी फिल्म को डिजिटल पर देखकर फील ही नहीं कर सकते, उसे देखने के लिए आपको बड़े परदे तक जाना ही होगा। यही वजह है कि बाहुबली ने इतना अच्छा बिजनेस किया है। अच्छी और बड़ी फिल्म बनाने के लिए पैशन होना बहुत जरूरी है। जब निर्माता-निर्देशक फिल्म निर्माण करते समय यह सोचना बंद करेंगे कि खर्चा कितना होगा, नुकसान कितना होगा, तब जाकर बाहुबली जैसी फिल्म बनेगी। यह काम सिर्फ राजामौली जैसे निर्देशक ही कर सकते हैं, जो अपने 4 से 5 साल सिर्फ एक फिल्म बनाने में लगा देते हैं।'
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...
