अपनी पहली फिल्म ‘म्रगया’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुए अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्वनी वैष्णव ने सोमवार को एक्स पर यह जानकारी दी। उन्होने लिखा कि तीन सदस्यीय जूरी ने चक्रवर्ती को प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना। जूरी के सदस्यों में दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता आशा पारेख, अभिनेत्री और राजनेता खुशबू सुंदर, और फिल्म निर्माता विपुल अमरतलाल शाह शामिल थे। मिथुन को यह पुरस्कार 8 अक्टूबर को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा।
मिथुन चक्रवर्ती हिंदी सिनेमा के सबसे लोकप्रिय सितारों में से एक हैं। उनका जन्म पश्चिम बंगाल के डिमला में हुआ था। उन्होंने नीलफामारी सरकारी कॉलेज, रसायन विज्ञान में स्नातक की डिग्री (बीएससी) हासिल की है। उसके बाद उन्होंने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से अभिनय की बारीकियां सीखीं।
मिथुन ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत साल 1976 में मृणाल सेन निर्देशित फिल्म मृगया से की थी। पहली ही फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था। अपने डेब्यू के बाद उन्होंने दो अनजाने और फूल खिले हैं गुलशन गुलशन जैसी फिल्मों में सहायक भूमिकाएं निभाईं, लेकिन इनसे उन्हें कोई पहचान नहीं मिली। फिल्म डिस्को डांसर से वह देश के साथ विदेश में भी काफी ज्यादा लोकप्रिय हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस फिल्म ने वैश्विक स्तर पर 100 करोड़ रुपये की कमाई कर डाली थी। साल 2022 में वह द कश्मीर फाइल्स में नजर आए थे, जो ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी।
इन फिल्मों में किया काम
‘प्यार झुकता नहीं’ ‘स्वर्ग से सुंदर’, हम पांच’, ‘साहस’, ‘वारदात’, “बॉक्सर’, ‘प्यारी बहना’, ‘प्रेम प्रतिज्ञा’, ‘मुजरिम’ और ‘अग्निपथ’, ‘द ताशकंद फाइल’ उनकी बेहतरीन फिल्मों में से है। इन फिल्मों में उनकी अदाकारी को दर्शकों ने खूब पसंद किया था।
फिल्मों के अलावा वह छोटे पर्दे पर भी अपना जादू चला चुके हैं। टीवी रियलिटी शो डांस इंडिया डांस में वह बतौर जज नजर आ चुके हैं। इस शो में उनके अंदाज को दर्शकों ने खूब पसंद किया था।