
26 अक्टूबर 2007 के दिन जब वी मेट फिल्म रिलीज़ हुई थी। आज इस फिल्म के 17 साल पूरे हो गए। इम्तियाज़ अली डायरेक्टेड इस फिल्म को दर्शकों ने बहुत ज़्यादा पसंद किया था। शाहिद कपूर और करीना कपूर की जोड़ी बहुत लोकप्रिय हुई थी इस फिल्म के ज़रिए। फिल्म का गीत-संगीत भी खूब चला था। प्रीतम ने इस फिल्म का संगीत कंपोज़ किया था। जबकी बैकग्राउंड स्कोर तैयार किया था संजॉय चौधरी ने। कुल पांच गीत इस फिल्म में थे जिनमें से चार इरशाद कामिल ने लिखे थे और एक गीत, आओगे जब तुम साजना फाइज़ अनवर ने लिखा था।
फिल्म के प्रमुख कलाकारों की बात करें तो शाहिद-करीना के अलावा तरुण अरोड़ा, सौम्या टंडन, दारा सिंह, पवन मल्होत्रा, कमल तिवारी, किरण जुनेजा, दिव्या सेठ, विशाल ओम शर्मा, वामिका गाबी, किशोर प्रधान और बिजेंद्र काला ने इस फिल्म में अहम भूमिकाएं निभाई थी। चलिए, इस फिल्म की मेकिंग से जुड़ी 6 अनसुनी और रोचक कहानियां जानते हैं।
पहली– जब वी मेट फिल्म का बजट था 15 करोड़ रुपए और इस फिल्म ने 48 करोड़ 87 लाख रुपए वर्ल्डवाइड कलैक्ट किए थे। फिल्म का नैट कलैक्शन था 30 करोड़ 85 लाख रुपए। इस तरह ये फिल्म हिट साबित हुई थी। बॉक्स ऑफिस इंडिया के मुताबिक जब वी मेट साल 2007 की नौंवी सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म थी।
दूसरी– जब वी मेट फिल्म में एक दृश्य है जब रतलाम की सड़कों पर घूमते आदित्य और गीत रात बिताने के लिए एक होटल डीसेंट में जाते हैं। वहां उनकी मुलाकात एक रिसेप्शनिस्ट से होती है जो दिखने में ही काफी शेडी सा है। रिसेप्शनिस्ट का वो किरदार निभाने वाले एक्टर का नाम है टेडी मोर्य। वास्तव में टेडी मौर्या जब वी मेट फिल्म से बतौर आर्ट डायरेक्टर जुड़े थे। लेकिन चूंकि वो रिसेप्शनिस्ट वाला रोल कोई दूसरा एक्टर निभाने को तैयार नहीं हो रहा था तो इम्तियाज़ अली ने और अधिक एक्टर्स को तलाशने की जगह आर्ट डायरेक्टर टेडी मौर्य से ही वो रोल निभाने को कहा। टेडी मोर्य भी फौरन वो रोल निभाने को तैयार हो गए।
तीसरी– जब वी मेट फिल्म के लीड कैरेक्टर्स के लिए प्रोड्यूसर की पहली चॉइस शाहिद कपूर नहीं, बॉबी देओल थे और बॉबी ने ही प्रीति जिंटा को इस फिल्म में गीत के रोल में कास्ट करने की सलाह दी थी। जब प्रीति जिंटा को फिल्म की कहानी सुनाई गई तो उन्हें भी ये कहानी बहुत पसंद आई। वो फिल्म में काम करने को तैयार थी। लेकिन वो चाहती थी कि कम से कम छह महीने बाद शूटिंग शुरू हो। इम्तियाज़ इसके लिए तैयार नहीं थे। दूसरी तरफ बॉबी देओल की तरफ से भी इस फिल्म को लेकर कोई खास उत्साह बाद में उन्हें नहीं दिखा। आखिरकार इम्तियाज़ अली ने शाहिद कपूर को ये स्क्रिप्ट दी। शाहिद कपूर को इस फिल्म की कहानी बेहद पसंद आई। उन्होंने इस फिल्म में काम करने की हामी भर दी और ये शाहिद कपूर ही थे जिन्होंने करीना कपूर को भी इस फिल्म में काम करने के लिए राज़ी किया था। उस वक्त शाहिद और करीना का अफेयर चल रहा था।

चौथी– एक वक्त था जब इस फिल्म के नाम को लेकर बड़ी कन्फ्यूज़न हो रही थी। फिल्म का नाम क्या रखा जाए इसके लिए काफी माथापच्ची की गई थी। लोगों ने इस फिल्म के कई नाम सुझाए थे जैसे पंजाब मेल, इश्क वाया भटिंडा, द ट्रेन, गीत, गीत रेडी इत्यादि। जब वी मेट भी एक ऑप्शन था। आखिरकार पब्लिक से सलाह मांगी गई कि इस फिल्म का नाम क्या होना चाहिए और वोटिंग के ज़रिए पब्लिक ने जब वी मेट नाम चुना।
पांचवी– इम्तियाज़ अली को गीत का किरदार गढ़ने की प्रेरणा दिल्ली की एक लड़की से मिलने के बाद मिली थी। सालों पहले इम्तियाज़ अली को दिल्ली की बस में एक लड़की मिली थी जो एकदम लापरवाही से कुछ भी बोले चली जा रही थी और लापरवाही में वो लड़की अपनी पर्सनल बातें भी बोल रही थी। लेकिन जब उसे रियलाइज़ हुआ कि वो कुछ ज़्यादा ही बोल रही है तो उसने इम्तियाज़ अली से कहा कि मैं इतना कुछ बोल रही हूं इसका मतलब ये नहीं कि आप कुछ गलत सोचो।
छठी– 23 अक्टूबर 2007 के दिन यशराज स्टूडियो में जब वी मेट की एक प्राइवेट स्क्रीनिंग रखी गई थी। ये स्क्रीनिंग उन लोगों के लिए रखी गई थी जो इस फिल्म के साथ असोसिएटेडे थे। जैसे क्र्यू मेंबर्स, स्पॉट बॉय, मेकअप मैन व अन्य सपोर्टिंग स्टाफ। उस स्क्रीनिंग में स्टाफ की फैमिली को भी फिल्म देखने के लिए इनवाइट किया गया था।