बुंदेलखंड की सच्चाई दिखाएगी 'कड़वी हवा'

जीवन के लिए बुंदेलखंड के लोगों के संघर्ष की झलक आपको जल्द आने वाली फिल्म 'कड़वी हवा' में दिखाई देगी। पिछले दिनों आए ट्रेलर को देखकर आप फिल्म का अंदाजा लगा सकते हैं। इस मूवी के निर्देशक नील मधाब पांडा हैं। नील इससे पहले आई एम कलाम, जलपरी, बबलू हैप्पी है जैसी फिल्में बना चुके हैं। नील की इस फिल्म में संजय मिश्रा, रणवीर शौरी व तिलोत्तमा शोम मुख्य भूमिकाओं में हैं।
अंदर तक झकझोर जाएंगे डायलॉग
'यहां जब बच्चा जनमत हैं न तो हाथ में तकदीर की जगह कर्जे की रकम लिख के लात है' कुछ इस तक के दिल को झकझोर देने वाले डायलॉग सुनने को मिलेंगे। ट्रेलर में अंधे हो चुके किसान की भूमिका में संजय मिश्र कुछ ऐसे ही डायलॉग बोलते दिखाई दे रहे हैं। लगभग पौने तीन मिनट के ट्रेलर में मौसम की मार से अंदर तक टूट चुके किसान के मन की व्यथा साफ झलकती है। वहीं, टैक्स कलेक्टर की भूमिका में रणवीर शौरी दिखाई देंगे। ट्रेलर देख कर सब्जेक्ट काफी कुछ साफ हो रहा है, लेकिन पूरी कहानी जानने के लिए 24 नवंबर को मूवी के रिलीज होने तक इंतजार करना पड़ेगा।
जलवायु परिवर्तन कर रहा बेजार
दरअसल, जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान को लेकर दुनिया भर में चर्चा चल रही है। पश्चिम से लेकर पूरब तक के सभी देश इस पर अपनी चिंता जाहिर करते रहे हैं। जलवायु परिवर्तन से हमारा देश भी अछूता नहीं है। पिछले 15 वर्षों में धूल का कटोरा बन चुका बुंदेलखंड ऐसा ही इलाका है जहां जलवायु परिवर्तन का असर साफ देखा जा सकता है। पहले लंबे समय तक सूखा फिर बाढ़ और उसके बाद फिर से सूखे का दंश झेल रहे बुंदेलखंड के लोगों जीवन के बारे में दूसरी जगहों के लोगों का अंदाजा लगा पाना भी खासा मुश्किल है। हालत यह है कि यहां के लोगों को पीने के लिए पानी तक मुहैया नहीं हो पाता है। खेती की जमीन तो वर्षा के अभाव में बंजर होती जा रही है। हालांकि, अच्छी बात यह है लंबे समय बाद इस बार सावन में यहां अच्छी बारिश हुई है।
फिल्म का ट्रेलर यहां देखेंः
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