
Kadhalikka Neramillai : यह फिल्म एक युवा महिला की कहानी है जो IVF ट्रीटमेंट का विकल्प चुनती है, और एक ऐसा पुरुष जो न तो शादी करना चाहता है और न ही बच्चों के साथ अपनी जिंदगी बिताना चाहता है। उनके जीवन के फैसले उन्हें जीवन की नई राह पर ले जाते हैं।
किरुथिगा उदयनिधि द्वारा निर्देशित यह फिल्म मणि रत्नम की ‘ओके कनमनी’ से प्रेरित है, लेकिन इसमें नया और ताज़ा रोमांस देखने को मिलता है। यह फिल्म प्यार, संस्कृति, और जीवन की जटिलताओं को बखूबी दर्शाती है। किरुथिगा ने फिल्म में ऐसे मुद्दों को उठाया है जो आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रासंगिक हैं। फिल्म में प्यार के साथ-साथ रिश्तों की जटिलता भी दिखाई गई है।
Kadhalikka Neramillai में संवाद, संगीत और प्रदर्शन ऐसे हैं जो आपको बांध कर रखते हैं। फिल्म के हर किरदार अपनी भावनाओं और निर्णयों के साथ पूरी तरह से जिंदा और relatable हैं। कहानी में एक सीन है, जहां तीन दोस्त—सिद्धार्थ, गौड़ा और सेटू—शुक्राणु फ्रीजिंग जैसे विषय पर चर्चा करते हैं, जो आज के युवाओं के जीवन का हिस्सा बन गया है। किरुथिगा इस सीन को हल्के अंदाज में दिखाते हुए किसी भी तरह से इन मुद्दों को जज नहीं करती। फिल्म के संवाद इतने स्वाभाविक और सहज हैं कि इसे देखकर कहीं भी कोई अनावश्यक विचार नहीं आता।
फिल्म की कास्टिंग भी परफेक्ट है। जयम रवि, विनय और निथ्या मेनेन ने अपने-अपने किरदारों को बखूबी निभाया है। निथ्या मेनेन का प्रदर्शन आपको हर सीन में प्रभावित करता है, वहीं विनय ने अपने बेहतरीन दोस्त की भूमिका में एक ताज़गी भरी उपस्थिति दी है। साथ ही, Gavemik U Arya की सिनेमेटोग्राफी भी फिल्म में चार चांद लगाती है, जो बेंगलुरु और हैदराबाद की फीलिंग को शानदार ढंग से दर्शाती है।
इस फिल्म के माध्यम से किरुथिगा उदयनिधि ने प्यार और रिश्तों के विभिन्न पहलुओं को बखूबी पेश किया है, जो देखने वाले को सोचने पर मजबूर कर देगा। हालांकि, फिल्म में कुछ दृश्य थोड़े अनुमानित और सहज हैं, लेकिन उनका प्रभाव वही रहता है। कुल मिलाकर, कधलिका नेरमिलाई एक बेहतरीन फिल्म है जो आपको गहरे तक छू जाएगी।