
NETFLIX पर रिलीज़ हुई ‘धूम धाम’ एक शादी, एक हनीमून और फिर अचानक शुरू हुए एक्शन से भरपूर सफर की कहानी है। यामी गौतम और प्रतीक गांधी की यह फिल्म एक रोमांटिक-कॉमेडी के साथ थ्रिलर का मज़ेदार मिश्रण देने की कोशिश करती है, लेकिन क्या यह वाकई दर्शकों को बांधे रखती है? आइए जानते हैं इस रिव्यू में।
कहानी में कितना दम?
शादी के बाद की पहली रात, लग्ज़री होटल का कमरा और अचानक कुछ बंदूकधारी गुंडों की एंट्री। एक नवविवाहित जोड़े के लिए इससे बुरा और क्या हो सकता है? गुंडे ‘चार्ली’ के बारे में पूछते हैं, लेकिन दूल्हा-दुल्हन इस नाम से अनजान हैं। यहां से शुरू होती है भाग-दौड़, मिस्ट्री और कॉमेडी से भरी अराजक रात।
कहानी में रोमांस और ड्रामा के बीच, कोयल चड्ढा (यामी गौतम) और वीर पोद्दार (प्रतीक गांधी) का अतरंगी तालमेल देखने को मिलता है। कोयल जहां एक निडर और मजबूत महिला है, वहीं वीर एक डरपोक और नियमों का पालन करने वाला पशु-चिकित्सक है। उनके बीच की यह विपरीत शख्सियत ही कहानी को आगे बढ़ाती है।
अभिनय और निर्देशन
यामी गौतम ने पहली बार इस तरह की एक्शन-कॉमेडी में हाथ आजमाया है, जबकि प्रतीक गांधी पहले भी मज़ेदार किरदार निभा चुके हैं। दोनों की केमिस्ट्री अच्छी लगती है, लेकिन फिल्म का स्क्रीनप्ले कई जगह धीमा पड़ जाता है।
निर्देशक ऋषभ सेठ और निर्माता आदित्य धर ने फिल्म को एक हाई-ऑक्टेन एक्शन-कॉमेडी बनाने की कोशिश की है, लेकिन कहानी में कोई बड़ा सरप्राइज़ नहीं है। कुछ मजेदार सीन्स ज़रूर हैं, लेकिन पूरी फिल्म को बांधने में स्क्रिप्ट कमजोर साबित होती है।
क्या यह फिल्म देखने लायक है?
अगर आप हल्की-फुल्की कॉमेडी और रोमांच पसंद करते हैं, तो ‘धूम धाम’ एक बार देखी जा सकती है। यामी गौतम और प्रतीक गांधी का अभिनय फिल्म को संभालता है, लेकिन कहानी में कुछ नया नहीं है। कुल मिलाकर, यह एक एवरेज एंटरटेनर है, जिसमें कुछ अच्छे मोमेंट्स हैं लेकिन यह पूरी तरह से उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती।
रेटिंग: ⭐⭐⭐ (3/5)