पेरिस ओलंपिक 2024 में शूटर मनु भाकर ने देश का नाम रोशन कर दिया है। 22 वर्षीय युवा शूटर महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में तीसरे स्थान पर रहीं और कांस्य पदक अपने नाम किया। उनकी इस उपलब्धि से पूरे देश में खुशी की लहर है। राजनेताओं के साथ उन्हें फिल्मी हस्तियों ने भी सोशल मीडिया पर बधाई दी है।
उनकी जीत पर प्रीति जिंटा सहित बॉलीवुड हस्तियों ने खुशी जताई है और उन्हें जीत की बधाई दी है। कृति खरबंदा ने भी मनु भाकर के कांस्य पदक जीतने की खबर शेयर करते हुए अपनी खुशी व्यक्त की। राजकुमार राव ने इंस्टा स्टोरी शेयर करते हुए लिखा, ‘बधाई हो मनु भाकर हम सभी को आप पर गर्व है.’
जैकी श्रॉफ ने सफलता पर कमेंट किया, ‘खाता खुल गया…मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। पेरिस ओलंपिक में भारत का पहला पदक.’ भारत ने आखिरी बार 2012 में लंदन ओलंपिक में निशानेबाजी में पदक जीता था। रैपिड-फायर पिस्टल शूटर विजय कुमार ने रजत और गंगन नारंग ने कांस्य पदक जीता था।
2021 के टोक्यो ओलंपिक में मनु भाकर को पिस्टल में खराबी के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से पेरिस में उन्हें कांस्य पदक मिला। मनु भाकर ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज हैं। मनु ने स्कूल के दिनों में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी जैसी खेलों में हाथ आजमाया। इसके अलावा वह मार्शल आर्ट की एक फॉर्म में भी काफी अच्छी थीं। 2016 के रियो ओलंपिक के बाद मात्र 14 साल की उम्र में उन्होंने निशानेबाजी की दुनिया में कदम रखा और इस खेल में उन्हें बेहद रुचि जागी। मनु को उनके पिता ने शूटिंग को खेल के रूप में अपनाने का सुझाव दिया।
परिवार का हमेशा मिला साथ
मनु के पिता राम किशन भाकर अपनी बेटी के प्रति हमेशा से सहयोगी रहे। पिता के सपोर्ट ने मनु को ओलंपिक तक पहुंचाया और रविवार को उन्होंने ऐतिहासिक मेडल हासिल किया। साल 2017 की नेशनल निशानेबाजी चैंपियनशिप में मनु ने ओलंपियन और पूर्व विश्व नंबर एक हिना सिद्धू को चौंकाते हुए 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में 242.3 के रिकॉर्ड स्कोर से जीत दर्ज की। इसके बाद, उन्होंने 2017 की एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीता।
16 की आयु में आईएसएसएफ विश्व कप में जीता था गोल्ड
मनु ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी धाक जमा दी। मैक्सिको में आईएसएसएफ विश्व कप में पदार्पण करते हुए, उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में जूनियर विश्व रिकॉर्ड तोड़ा और महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में जगह बनाई और गोल्ड मेडल जीतने में भी कामयाबी हासिल की. मात्र 16 साल की उम्र में वह आईएसएसएफ विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गईं।