
अपनी अदाकारी से दर्शको को हंसाने वाले अभिनेता राजपाल यादव पर धोकाधड़ी का आरोप लगा है। बैंक ने उनकी करोड़ों की संपत्ति को सील कर दिया है। मामला 2012 मे आई फिल्म ‘अता पता लापता से जुड़ा’ है। फिल्म को बनाने के लिए अभिनेता ने मुंबई की सेंट्रल ऑफ इंडिया की शाखा से 5 करोड़ का लोन लिया था। ये लोन राजपाल ने अपने पिता नौरंगी लाल यादव के नाम पर लिया था। इस फिल्म का निर्देशन खुद राजपाल यादव ने किया है और उनकी पत्नी राधा यादव इस फिल्म में निर्माता थी। हालांकि ये फिल्म दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित नहीं कर पाई जिसके कारण फिल्म को कोई उपलब्धि नहीं मिल पाई। जिसके कारण राजपाल पर करोड़ों का कर्जा हो गया। लोन न चुका पाने के कारण बैंक ने अभिनेता की संपत्ति को सीज कर दिया।
2018 में जाना पड़ा था जेल
इसी मामले को लेकर राजपाल यादव को 2018 में जेल जाना पड़ा था । इस मामले में तो उन्हें तीन महीने की जेल की सजा काटनी पड़ी थी। दिल्ली की एक कंपनी मुरली प्रोजेक्ट्स ने राजपाल की कंपनी श्री नवरंग गोदावरी एंटरटेनमेंट के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इस मामले में उन्होने साल 2010 में ये लोन लिया था।
बैंक अधिकारियों ने प्रॉपर्टी पर लगा दिया बैनर
वैसे फिल्म ‘अता पता लापता’ बनाने के लिए अभिनेता ने जो कर्ज लिया था वो न चुका पाने के कारण मुंबई के बैंक अधिकारियों ने यूपी स्थित राजपाल की संपत्ति को सीज कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो दो दिन पहले ही अधिकारी शाहजहांपुर आए थे और राजपाल यादव की संपत्ति पर अपना बैनर लगा दिया था। इस बैनर में लिखा था कि यह संपत्ति सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया मुंबई की है इसमें किसी भी तरह कि खरीद फ़रोख्त न कि जाए। सोमवार सुबह सेंट्रल बैंक मुंबई के अधिकारी प्रॉपर्टी पर पहुंचे और प्रॉपर्टी को सीज कर दिया। हालांकि इस मामले में अभिनेता का अभी तक कोई भी बयान सामने नहीं आया है।