400 ऑडिशन में फेल हुए थे टाइगर जिंदा के ‘अजान’

रुपये के अभाव अमेरिका से नहीं कर सके एमबीए

अहमदाबाद से मुम्बई में 2012 करियर बनाने के क्षेत्र में आए थे। वह मीडिया के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते थे। लेकिन यहां पर कुछ समय बाद वह प्रोडेक्शन हाउसों में एकाउटिंग की सर्विस देने लगे। वह अमेरिका से एमबीए करना चाहते थे, लेकिन बैंक ने उनका ऋण पास ही नहीं किया। जबकि अमेरिका में बहुत अधिक रुपये की जरूरत थी। ऐसे में उन्होंने एमबीए करने का विचार त्याग दिया और यही पर जुट गए अपना करियर बनाने के चक्कर में। उन्होंने 2015 में माॅडलिंग के चक्कर में अपनी जाॅब को छोड़ दिया और पूरा फोकस इसी क्षेत्र पर किया। इस क्षेत्र में पूरी तरह से लगे रहे और अंततः सफलता मिल ही गई।
400 ऑडशिन में हुए थे फेल
पूरी तरह से माॅडलिंग और फिल्मी दुनिया पर फोकस कर चुके परेश ने संघर्ष करना शुरू किया। उनको कैंपस प्लेसमेंट नहीं मिला तो भी उन्होंने इस पर परेशान होने की बजाय यही सोचा कि शायद जिंदगी का रास्ता यहीं से मिलेगा और ऐसा हुआ भी। लेकिन जॉब के लिए जब कैमरे के पीछे आए तो समझ आया कि लाइफ कहां लेकर जा रही है। फिर 300-400 ऑडशिन का सिलसिला रिजेक्शन के साथ लगा रहा। इसी बीच एक छोटा ब्रेक धीरे-धीरे रास्ता खोलता गया और अंत में परेश को जगह मिली टाइगर की फिल्म में।
दर्शकों के दिलों पर छाया अजान का किरदार
फिल्म देखने के बाद सभी के मुंह एक किरदार का नाम निकल रहा था वह भी वह था अजान का। वही टाइगर की टीम का खास स्नाइपर जिसे उसने अपने मिशन के लिए चुना था और जो तिरंगा वहां फहराने के लिए लाया था। हालांकि मिशन के दौरान टाइगर अपनी टीम के इस साथी को खो देता है लेकिन एक्टर को इसके बदले सलमान खान की मौजूदगी के बावजूद पहचान मिली है। टाइगर जिंदा है की ट्रेनिंग को लेकर परेश ने बताया कि उनके रोल को लेकर काफी बारीकियों का ध्यान रखा गया और इसके लिए तैयारी भी कड़ी कराई गई। फिल्म के पहले शेड्यूल के लिए परेश ने करीब एक महीना शूटिंग की और एक महीने के ब्रेक के बाद फिर आबू धाबी में लंबा शेड्यूल पूरा किया।
जब यशराज और सलमान के साथ काम करने का मिला मौका
बचपन से ही सलमान खान को अपना बेहतर हीरो मानने वाले परेश पहूजा का सपना उस समय साकार हुआ जब उन्हें सलमान खान और यशराज के बैनर तले काम करने का मौका मिला। परेश ने बताया कि जब उनको एक फिल्म का ऑडिशन देने का तब वह जानते ही नहीं थे कि वह किस फिल्म का हिस्सा होंगे। एक रोज मुझे कास्टिंग डायरेक्टर शानू शर्मा का फोन आया था। उन्होंने मुझे आॅडिशन देने के लिए कहा। और जब सलमान के साथ काम करने का चांस मिला तो वह खुद हैरान रह गए। यही नहीं, परेश का कहना है कि यशराज बैनर की फिल्म के साथ करियर शुरू करना भी सपने के सच होने जैसा है।
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