
जोमैटो के शेयरों में फिर गिरावट
फूड डिलीवरी एग्रीगेटर कंपनी जोमैटो के शेयर बाजार में आज भी बड़ी गिरावट का सामना कर रहे हैं। सोमवार को Q3 नतीजे घोषित होने के बाद शेयर में बिकवाली का सिलसिला शुरू हुआ। मंगलवार को शुरुआती कारोबार में शेयर करीब 8% की गिरावट पर थे।
कमजोर Q3 नतीजों ने बढ़ाई चिंता
जोमैटो का दिसंबर तिमाही का कंसोलिडेटेड मुनाफा ₹138 करोड़ रहा, जबकि बाजार को ₹267 करोड़ का अनुमान था। हालांकि पिछले साल की तुलना में मुनाफा बढ़ा है, लेकिन उम्मीद से कमजोर प्रदर्शन ने निवेशकों को निराश किया।
- आय में मामूली बढ़त: कंपनी की आय ₹3288 करोड़ से बढ़कर ₹5405 करोड़ हुई, लेकिन यह भी अनुमानित ₹5464 करोड़ से कम रही।
- EBITDA में बढ़त लेकिन कमजोर प्रदर्शन: EBITDA ₹162 करोड़ रहा, जबकि इसे ₹258 करोड़ रहने की उम्मीद थी।
कंपिटीशन और लागत बनी चिंता का कारण
Blinkit स्टोर की संख्या को दिसंबर 2025 तक दोगुना करने की योजना के साथ कंपनी तेजी से विस्तार कर रही है। हालांकि, क्विक कॉमर्स में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और लागत ने कंपनी के मार्जिन पर दबाव डाला है।
Blinkit से जुड़ी नई योजनाएं
कंपनी ने Blinkit के 1,000 से अधिक स्टोर्स के साथ अपनी मौजूदगी को मजबूत किया है। दिसंबर 2025 तक यह संख्या 2,000 करने का लक्ष्य है। लेकिन, इसका असर अल्पकालिक मुनाफे पर पड़ सकता है।
एनालिस्ट्स का क्या कहना है?
- Nomura: Zomato पर “Buy” रेटिंग और ₹290 का टारगेट प्राइस।
- Jefferies: स्टॉक पर “Hold” की राय और टारगेट प्राइस ₹255।
- Bernstein: ₹310 के टारगेट के साथ “Outperform” की राय।
निवेशकों के लिए सलाह
Zomato के फूड डिलीवरी बिजनेस में सुधार के संकेत मिल रहे हैं, लेकिन क्विक कॉमर्स में बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने कंपनी को मुश्किल स्थिति में डाल दिया है। एनालिस्ट्स का मानना है कि लंबी अवधि में कंपनी का प्रदर्शन बेहतर हो सकता है।
Zomato के Q3 नतीजे निवेशकों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। Blinkit के आक्रामक विस्तार और बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने अल्पकालिक दबाव बढ़ा दिया है। हालांकि, फूड डिलीवरी में मुनाफा बेहतर रहने की संभावना है।
डिस्क्लेमर: निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें।