
केंद्रीय वाणिज्य एवं उधयोग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सरकार जल्द ही खिलौना और फुटवियर मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए नई नीति लाएगी। बैंगलुरु मेँ आयोजित एक कार्यक्रम मेँ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खिलौनों का आयात घटकर 50 प्रतिशत रह गया है। हमारा निर्यात अब पांच साल पहले की तुलना मेँ 3.5 गुना है। हम जल्द ही खिलौनों और जूतों को और बढ़ावा देने के लिए नीतियाँ लेकर आएंगे ताकि हम इन क्षेत्रों मेँ वैश्विक चैंपियन बन सकें।
उन्होंने कहा कि आगामी नीतियों से भारत में खिलौनों और फुटवियर विनिर्माण के विकास को और बढ़ावा मिलेगा। वाणिज्य मंत्री ने देश में उच्च तकनीक विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के व्यापक प्रयासों पर भी जोर दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत करीब 2 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, साथ ही सेमीकॉन मिशन के लिए 74 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
गोयल ने भारत की आर्थिक वृद्धि में कर्नाटक की महत्वपूर्ण भूमिका और विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सहयोग के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान वैश्विक क्षमता केंद्रों पर है, जिन्हें पूरे देश में स्थापित किया जा रहा है और कर्नाटक, विशेष रूप से बेंगलुरु में बड़ी संख्या में वैश्विक क्षमता केंद्र हैं और आने वाले वर्षों में और भी कई केंद्र बनेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण को दोहराया, जो 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने पर केंद्रित है।