
नवरात्रि के साथ ही बर्तन बाजार की खोई रौनक लौट आई है। पूजन एवं कन्या भोज से लेकर करवा चौथ तक की तैयारियों के लिए खरीददार दुकानों पर पहुँचने लगे हैं। शुरुवाती उत्साह देख कारोबारी भी धनतेरस से सहालग तक की तैयारी में जुट गए हैं। बाजार में स्टील के साथ इस बार पीतल और तांबे के डिजाइनर बर्तनों की डिमांड को देखते हुए व्यापारी भी इनका पूरा कलेक्शन तैयार कर रहे हैं। इस बार 10 से 100 रुपये तक के दीप, अखंड ज्योत 100 से 350 रुपये, मूर्ति दुर्गा 200 से एक हजार, पूजा थाली 50 से 150 रुपये तथा करवा चौथ का सामान 100 से 200 रुपये तक बाजार में उपलब्ध हैं।
पिछले कुछ समय से बाजार में चल रही मंदी से व्यापारियों में इस बार इससे छुटकारा मिलने का उत्साह नजर आ रहा है। खासकर बर्तन बाजार का मनना है कि इस बार सहालग में काफी लंबा अंतराल रहा। अब नवंबर, फरवरी, मार्च तक लंबी सहालग मिल रही है। ऐसे में व्यापार चमकेगा। नवरात्रि पर कन्याओं को उफर स्वरूप बर्तन देने कि परंपरा के साथ इसकी शुरुवात हो रही है। यही देखते हुए व्यापारियों ने आगे कि तैयारी शुरू कर दी है। बर्तन बाजार में नवरात्रि के दूसरे दिन बाजार में काफी चहल पहल देखने को मिली। इस बार पिछले साल की तुलना में करीब 15 फीसदी अधिक कारोबार होने की संभावना है। इसके पीछे वजह कोरोना के बाद लोगों की जीवनशैली में धीरे-धीरे आ रहा बदलाव और उनकी खर्च करने की क्षमता में बढ़ोतरी है। हालांकि, चुनावी सरगर्मी के बीच इस बार आए त्योहार की खुशी ने बाजार को झूमने पर मजबूर कर दिया है।