अंबानी बनना आसान है, उसे निभाना है मुश्किल...

भारत में बहुत जल्द ही धारणाएं बना ली जाती हैं! मसलन अगर कोई अमीर है तो उसे अंबानी कहा जाने लगता है, हालांकि यह तमगा पहले टाटा-बिड़ला के पास था। लेकिन अब अमीर आदमी का मतलब अंबानी होता है। अगर अमीरी का मतलब अंबानी है तो हर अमीर आदमी अंबानी जैसा क्यों नहीं है?
हम बात कर रहे हैं, रिलायंस के संस्थापक धीरू भाई अंबानी के बड़े पुत्र मुकेश अंबानी की। मुकेश आज की तारीख में अपने पिता की विरासत, जो उन्हें अपने छोटे भाई अनिल अंबानी से बांटने के बाद मिला था उसे तीन लाख तीस हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का कर चुक हैं। मुकेश अंबानी आज भारत के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। मुकेश अंबानी के मौजूदा बिजनेस को देखें तो कहा जा सकता है वो सही मायने में अमीर हैं। जिस तरह उन्होंने भारत में तकनीक को क्रांति बना दिया वो काबिलेतारीफ है।
जब सबसे अमीर आदमी के आंखों में आए आंसू और मां हुईं भावुक
21 जुलाई 2017 को हुए वार्षिक मीटिंग (AGM) को संबोधित करने के दौरान मुकेश अंबानी ने जब यह कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज का कारोबार तीन लाख तीस हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो गया है तो वो ये कहते हुए भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू छलक आए। सिर्फ इतना ही नहीं उनकी रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी की कामयाबी की कहानी कहने के दौरान मां कोकिला बेन भावुक होकर रोने लगीं।

दरअसल ये आंसू मुकेश के पिता धीरू भाई अंबानी की याद में थे, मुकेश अपने पिता के सपने हर हाथ में मोबाइल को आगे बढ़ा चुके हैं। रिलायंस का जियो फोन उनके पिता के 'कर लो दुनिया मुठ्ठी' में सपने का दूसरा पार्ट है।
भारत को दुनिया के कैनवास पर उभारा
मुकेश अंबानी ने अपने भाषण के दौरान यह भी कहा कि मोबाइल डाटा उपभोग के मामले में भारत दुनिया में नंबर वन बन चुका है। इस मामले में भारत ने चीन और अमेरिका को पीछे कर दिया है। इसके साथ ही मुकेश अंबानी ने बहु-प्रतीक्षित रिलायंस जियो/लाइफ 4जी वीओएलटीई फ़ीचर फोन को लांच करने की घोषणा की।
सवाल उठाने वालों को गलत साबित किया
मुकेश अंबानी ने 40वें एनुअल जनरल मीटिंग में दिए अपने भाषण में संशयवादियों और विश्लेषकों द्वारा जियो को लेकर की गई भविष्यवाणियों को गलत करार दिया। जिन संशयवादियों ने इस बिजनेस मॉडल की आलोचना की थी उनके लिए मुकेश अंबानी ने चार चीजें बताई जिससे जियो की सफलता का पता चलता है। मुकेश अंबानी ने भाषण में बताया कि, किसी को इस बात में भरोसा नहीं था कि दुनिया के सबसे बड़े ग्रीनफिल्ड 4G LTE ऑल IP नेटवर्क पर 2 लाख करोड़ के इन्वेस्टमेंट के बाद हमें तेजी से इतने ग्राहक मिलेंगे, लेकिन टीम जियो ने 170 दिन में ही 100 मिलियन ग्राहक जोड़ने का टारगेट पूरा कर दुनिया को हैरत में डाल दिया। जियो में हर दिन प्रति सेकंड 7 ग्राहक जुड़े।
भारत डेटा उपयोग में चीन और अमेरिका से आगे
मुकेश अंबानी ने कहा, जियो के लॉन्च से पहले संशयवादियों का मानना था कि VoLTE दुनियाभर में असफल टेक्नॉलजी है। लेकिन हमने जियो यूजर्स को भारत में किसी भी नेटवर्क मुफ्त कॉल मुहैया करा कर सबको गलत साबित कर दिया। अंबानी ने कहा जियो यूजर्स हर रोज 250 करोड़ मिनट कॉल करते हैं। मुकेश अंबानी ने आलोचकों की भविष्यवाणी को गलत साबित करते हुए बताया कि, जियो के लॉन्च होने के 6 महीने बाद ही भारत में डेटा का इस्तेमाल 20 करोड़ GB हर महीने से बढ़कर एक महीने में 120 करोड़ GB हो गया। इसके चलते भारत ने डेटा उपभोग के मामले में चीन और अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया।
कोई मुकेश अंबानी क्यों नहीं हो सकता?
मुकेश अंबानी का जन्म 19 अप्रैल, 1957 में यमन स्थित अदेन शहर में हुआ था। उस समय उनके पिता धीरुभाई अंबानी अदेन में काम करते थे। मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल हैं और उनकी दो बहने भी हैं– दीप्ती सल्गओंकर और नीना कोठारी। 1970 के दशक तक मुकेश अंबानी का परिवार मुंबई के भुलेश्वर में दो कमरों के मकान में रहता था पर उसका बाद धीरुभाई ने मुंबई के कोलाबा क्षेत्र में एक 14 मंजिल ईमारत (सी विंड) खरीद लिया जहां मुकेश और अंबानी परिवार के अन्य सदस्य कई सालों तक रहे।
मुकेश के रिलायंस इंडस्ट्रीज का कारोबार रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल, तेल, गैस और रिटेल जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ है। उद्योग-धंधे के साथ-साथ वे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के अंतर्गत आने वाली क्रिकेट टीम मुंबई इंडियंस टीम के भी मालिक हैं। सबकुछ होने के बावजूद अगर कोई जनता के लिए सोच रहा है और उसी तकनीक को सस्ते में उपलब्ध करा रहा है जिसके लिए अन्य कंपनियां उससे कहीं ज्यादा वसूल कर रही हैं तो यह मानना पड़ेगा मुकेश अंबानी सही मायने में अमीर हैं।
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