कारों में जुड़ेंगे कई नए सेफ्टी फीचर्स, होंगी पहले से ज्यादा सुरक्षित
इस साल कार कंपनियां गाड़ियों में कई नए सुरक्षा फीचर्स जोड़ने वाली हैं। इनमें सीट बेल्ट अलर्ट, रिवर्स पार्किंग सेंसर और स्पीड अलर्ट जैसे फीचर्स शामिल हैं। इसके अलावा सभी कारों को फ्रंट, साइड और लेट्रल क्रैश टेस्ट पास करना भी जरूरी होगा।
सड़क परिवहन मंत्रालय ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ये जरूरी कदम उठाया और व्हीकल कंपनियों से कहा है कि वे गाड़ियों में जरूरी सेफ्टी फीचर्स शामिल करें। साल 2023 तक भारत में कारों में इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी कंट्रोल और ऑटोमैटिक ब्रेकिंग सिस्टम जैसे सेफ्टी फीचर्स भी अनिवार्य हो जाएंगे। इससे भारत कार सेफ्टी फीचर्स के मामले में यूरोप के भी कई देशों को पीछे छोड़ देगा। हालांकि, भारत में सड़क दुर्घटना के दौरान गाड़ी के अंदर खासकर कारों के अंदर मरने वालों की संख्या पश्चिमी देशों की तुलना में कम है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2017 में सड़क दुघर्टनाओं में 26,869 कार सवार लोगों की मौत हुई। वहीं, सड़क दुर्घटनाओं में मरने वाले पैदल चालकों, साइकल चालकों और दोपहिया वाहन सवारों की संख्या 72,000 से ज्यादा थी।
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कब से कौन-कौन से फीचर्स जरूरी
फीचर्स कब से लागू
ABS (टू-वीलर्स, कार और मिनी बसों में जरूरी) अप्रैल 2018 (नए मॉडल्स)
अप्रैल 2019 (मौजूदा मॉडल्स)
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