
Share Market Today: भारतीय शेयर बाजार ने 28 जनवरी 2025 को शानदार तेजी दर्ज की, जब SENSEX 750 अंकों की छलांग लगाकर 76,110.82 पर पहुंचा और NIFTY50 ने 23,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पार किया। यह तेजी ऐसे समय में आई है जब वैश्विक बाजारों में गिरावट देखी जा रही थी। आइए जानते हैं कि भारतीय बाजार में यह उछाल क्यों आया।
वैश्विक बाजार में गिरावट का कारण
चीन की एक कम-ज्ञात AI स्टार्टअप कंपनी, डीपसीक (DeepSeek), ने यह दावा किया कि उसने अमेरिकी कंपनियों की तुलना में सस्ते चिप्स और कम डेटा का उपयोग करते हुए एक मुफ्त एआई असिस्टेंट तैयार किया है। इस असिस्टेंट ने एप्पल के ऐप स्टोर पर ChatGPT को डाउनलोड्स में पीछे छोड़ दिया।
इस खबर के बाद अमेरिकी टेक स्टॉक्स में भारी गिरावट देखी गई। NASDAQ COMPOSITE 3% से अधिक गिरावट के साथ बंद हुआ।
भारतीय बाजार की तेजी के कारण
हालांकि, भारतीय शेयर बाजार ने इन वैश्विक रुझानों से अलग राह अपनाई और तेज़ी से बढ़त दर्ज की। इसका मुख्य कारण भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा घोषित तरलता प्रबंधन के उपाय हैं।
RBI के कदम
- सरकारी बॉन्ड की खरीदारी: - RBI ने घोषणा की कि वह ₹60,000 करोड़ के सरकारी बॉन्ड तीन चरणों में खरीदेगा। - पहले चरण की नीलामी 30 जनवरी, फिर 13 फरवरी और 20 फरवरी को होगी।
- डॉलर-रुपया स्वैप: - केंद्रीय बैंक ने $5 बिलियन के USD/INR बाय/सेल स्वैप की घोषणा की, जो 31 जनवरी को होगा।
बैंकिंग और फाइनेंस शेयरों में उछाल
RBI के इन उपायों का सीधा असर बैंकिंग और वित्तीय शेयरों पर पड़ा।
- BSE Bankex इंडेक्स 1,083.57 अंकों की उछाल के साथ 55,786.86 पर पहुंचा।
- BSE Financial Services इंडेक्स 181.01 अंकों की बढ़त के साथ 10,835.31 पर रहा।
SENSEX में सबसे बड़े योगदानकर्ता
- HDFC बैंक: लगभग 320 अंकों का योगदान।
- ICICI बैंक और Axis बैंक ने भी बढ़त में प्रमुख भूमिका निभाई।
निवेशकों के लिए संदेश
भारतीय बाजार में यह तेजी RBI के मजबूत कदमों का नतीजा है। हालांकि, वैश्विक बाजारों की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सतर्कता बरतनी चाहिए।