
शेयर बाजार में सोमवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली, जहां सेंसेक्स 650 अंक से ज्यादा टूटकर 75,294.76 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 22,725.45 के स्तर पर आ गया। यह लगातार आठवां कारोबारी दिन रहा जब बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ, जिससे यह छह साल की सबसे लंबी गिरावट की ओर बढ़ रहा है।
किन कारणों से गिर रहा है बाजार?
कमजोर तिमाही नतीजे: कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद के अनुरूप नहीं रहे, जिससे निवेशकों की धारणा कमजोर हुई। तीसरी तिमाही में कॉरपोरेट ग्रोथ केवल 7% रही, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ गया।
रुपये में गिरावट: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 5 पैसे कमजोर होकर 86.76 पर पहुंच गया, जिससे विदेशी निवेशकों की बिकवाली बढ़ गई।
वैश्विक व्यापार चिंताएं: अमेरिका की व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे बाजार में अस्थिरता बढ़ी है।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली: फरवरी के पहले दो हफ्तों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने 21,272 करोड़ रुपये की निकासी की, जिससे बाजार दबाव में आ गया।
तकनीकी दृष्टिकोण
विशेषज्ञों के मुताबिक, निफ्टी के लिए 22,100-22,500 का स्तर अहम सपोर्ट रहेगा, जबकि 23,350 पर पहला रेजिस्टेंस देखा जा सकता है। बाजार की अस्थिरता को देखते हुए निवेशकों को सतर्क रहने और जल्दबाजी में खरीदारी से बचने की सलाह दी जा रही है।