...तो 2020 के बाद बेकार हो जाएंगे डेबिट और क्रेडिट कार्ड

उन्होंने आगे कहा कि भारत में 72 फीसदी जनसंख्या 32 वर्ष से कम आयु की है और यह डेमोग्राफिक डिविडेंट के मामले में अमेरिका और यूरोप के मुकाबले एक उपलब्धि होगी। एमिटी यूनिवर्सिटी की नोएडा कैंपस में शनिवार को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजे गए कांत ने कहा, 'भारत अगले 3-4 सालों में क्रेडिट-डेबिट कार्ड्स और एटीएम को तकनीकि रूप से अनावश्यक बना देगा। हम लेनदेन के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करेंगे।'
उन्होंने ने कहा कि भारत दुनिया का इकलौता ऐसा देश है जहां एक अरब बायोमीट्रिक और इतने ही मोबाइल फोन्स व बैंक अकाउंट हैं और इसलिए सिर्फ यह देश कई बदलाव लाएगा। मोबाइल से वित्तीय लेनदेन का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा, 'भारत करीब 7.5 फीसदी की गति से आगे बढ़ रहा है और दुनियाभर में बंजर आर्थिक परिदृश्य के बीच हरियाली है, लेकिन हमारी चुनौती और 9-10 फीसदी की गति से विकास हासिल करना है।' उन्होंने कहा कि भारत एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है जो इतिहास में कभी-कभी ही होता है।
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