
शेयर बाजार में 24 फरवरी को गिरावट का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा, जिसमें Nifty Midcap 100 और Nifty Smallcap 100 इंडेक्स में 2% तक की गिरावट दर्ज की गई।
गिरावट के मुख्य कारण
इस तेज बिकवाली के पीछे कई अहम कारण बताए जा रहे हैं:
- अमेरिकी टैरिफ नीति को लेकर निवेशकों की चिंता
- विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली
- कमजोर वैश्विक संकेत, जिससे बाजार में अस्थिरता बढ़ गई
साल 2025 में भारी गिरावट
- Nifty Midcap 100: इस साल अब तक 13% की गिरावट झेल चुका है, जबकि Nifty 50 में सिर्फ 4% की गिरावट आई है।
- Nifty Smallcap 100: 17% से अधिक की गिरावट, जिससे यह मिडकैप से भी बुरी स्थिति में पहुंच गया है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
Kotak Institutional Equities के अनुसार, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के Valuation अभी भी ऊंचे स्तर पर हैं, और इन शेयरों में बबल बनने का खतरा है।
मोतीलाल ओसवाल के रिसर्च हेड गौतम दुग्गड़ ने भी CNBC-TV18 को बताया कि,
“मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स निफ्टी से प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। मिडकैप इंडेक्स आमतौर पर 28.5x पर 5% प्रीमियम पर रहता है। आने वाले समय में बाजार की कमाई में 13-14% ग्रोथ की उम्मीद है, जो बाजार की 20% ग्रोथ उम्मीदों से काफी कम है।”
🟢 बाजार में टॉप गेनर और लूज़र
मिडकैप गेनर
- Federal Bank
- Colgate Palmolive
- Lupin
मिडकैप लूज़र
- Mphasis
- Paytm
- KPIT Technologies
स्मॉलकैप गेनर
- Five Star
- Manappuram Finance
- 360 One
स्मॉलकैप लूज़र
- Tejas Networks
- Zensar Technologies
- Amber Enterprises