
नैटको फार्मा (Natco Pharma) के शेयरों में गुरुवार, 13 फरवरी को भारी गिरावट दर्ज की गई। Q3 FY25 के नतीजे जारी होने के बाद शेयर 20% तक लुढ़ककर ₹975 के स्तर पर पहुंच गया। कंपनी के राजस्व, मुनाफे और ऑपरेटिंग इनकम में भारी गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है।
कैसा रहा कंपनी का प्रदर्शन?
- राजस्व: 18.16% की गिरावट के साथ ₹651.1 करोड़ (पिछले वर्ष ₹795.6 करोड़)
- EBITDA: 29.49% की गिरावट के साथ ₹215.1 करोड़
- EBITDA मार्जिन: 33% (पिछले वर्ष 38.3%)
- ट्रेडिंग एक्टिविटी: 2.15 लाख शेयरों की खरीद-फरोख्त (दो सप्ताह का औसत 28,000 शेयर)
तकनीकी दृष्टि से, नैटको फार्मा का स्टॉक 5-दिन, 10-दिन, 20-दिन, 50-दिन और 200-दिन की मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा है। स्टॉक का 14-दिन का RSI 28.59 है, जो ओवरसोल्ड ज़ोन में आने का संकेत देता है।
क्या है गिरावट की वजह?
विशेषज्ञों के अनुसार, नैटको फार्मा के निर्यात कारोबार में गिरावट आई है, खासकर Revlimid की बिक्री घटने के कारण। यह कंपनी के लिए एक प्रमुख राजस्व स्रोत था। इसके अलावा, घरेलू फॉर्मुलेशन बिक्री में भी कमी देखी गई है।
डिविडेंड और शेयरहोल्डिंग
कंपनी ने ₹1.50 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 18 फरवरी 2025 तय की गई है और भुगतान 28 फरवरी 2025 से शुरू होगा। वर्तमान में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 49.62% है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी FY26 से नए उत्पाद लॉन्च करने की योजना बना रही है, जिससे राजस्व और मुनाफे में सुधार की संभावना है। वर्तमान में स्टॉक ओवरसोल्ड स्थिति में है, जिससे लॉन्ग-टर्म निवेशकों को संभावित खरीदारी का अवसर मिल सकता है। हालांकि, शॉर्ट-टर्म में निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
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