
लोकसभा चुनाव के बाद करोड़ों मोबाइल यूजर्स को बड़ा झटका लग सकता है। जानकारी के अनुसार टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल टैरिफ में इजाफे की तैयारी कर रही हैं। ये इजाफा 25 फीसदी तक देखने को मिल सकता है। जिसके बाद कंपनियों के एआरपीयू यानी एवरेज रेवेन्यू पर यूजर में इजाफा होगा। ब्रोकरेज फर्म एक्सिस कैपिटल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कंपनियों ने 5 जी में मोटा निवेश किया है। ऐसे में कंपनियां प्रोफिटिबिलिटी की ओर देख रही हैं। ऐसे में मोबाइल ऑपरेटर्स की ओर से टैरिफ में करीब 25 फीसदी का इजाफा किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार ये इजाफा अर्बन और रूरल दोनों इलाकों में देखने को मिल सकता है। रिपोर्ट के अनुसार पोस्टपेड और प्रीपेड दोनों तरह के प्लान पहले के मुकाबले महंगे हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर इंटरनेट प्लान भी महंगा हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल रिचार्ज में इजाफे की सबसे बड़ी वजह प्रति यूजर रेवेन्यू में इजाफा करना है। जानकारों की मानें तो मौजूदा समय में टेलीकॉम कंपनियों का प्रति यूजर एवरेज रेवेन्यू काफी कम है। इसका मतलब है कि मोबाइल कंपनियां हरेक यूजर पर जितना खर्च कर रही है। उन्हें उतनी कमाई नहीं हो पा रही हैं। इसी वजह से टेलीकॉम कंपनियां अपने टैरिफ प्लान में 25 फीसदी का इजाफा कर सकती हैं।
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर टैरिफ में 25 फीसदी का इजाफा होता है तो आम लोगों की जेब पर कितना असर देखने को मिल सकता है। अगर आप 200 रुपए का हर महीने रिचार्ज कराते हैं तो उसमें 50 रुपए का इजाफा हो जाएगा। इसका मतलब है कि 200 रुपए का टैरिफ प्लान 250 रुपए मिलेगा। वहीं दूसरी ओर अगर आप 500 रुपए का रिचार्ज करते हैं तो इसमें 25 फीसदी के हिसाब से 125 रुपए का इजाफा हो जाएगा। वहीं अगर आप 1000 रुपए का रिचार्ज कराते हैं तो उसकी वैल्यू में 250 रुपए की बढ़ोतरी हो जाएगी और कुल टैरिफ की कीमत 1250 रुपए हो जाएगी।