टैक्स चोरों को बेनकाब करेगी 'क्लीन मनी' वेबसाइट

केंद्र की मोदी सरकार ने कालेधन के खिलाफ शुरू की गई मुहिम को एक कदम और आगे बढ़ाया है। सरकार ने कालेधन के खिलाफ अभियान के तहत ऑपरेशन 'क्लीन मनी' वेबसाइट लॉन्च की है।
इस वेबसाइट पर टैक्स चोरी करने वालों के अलावा वित्तीय अनियमितता से जुड़ी तमाम जानकारियां उपलब्ध होंगी। सरकार का दावा है कि ये वेबसाइट टैक्स चोरी करने वालों की पहचान करने में मदद करेगी। नोटबंदी के बाद ऑपरेशन क्लीन मनी के दूसरे चरण में सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ जांच पड़ताल करेगी जिन्होंने हाई वैल्यू ट्रांजैक्शन किए हैं। डाटा एनालिटिक्स से ऐसे 60 हजार लोगों की पहचान की है।
कुछ इस तरह टैक्स चोरी पकड़ेगी सरकार
ऑनलाइन पोर्टल क्लीन मनी पर टैक्स पेयर्स के पैन कार्ड सहित दूसरी जानकारियां रहेंगी। अगर कोई व्यक्ति ऐसा ट्रांजैक्शन करता है जो उसकी डिक्लेयर्ड इनकम से मैच नहीं करता है तो इनकम टैक्स विभाग एसएमएस या ईमेल भेज कर इस ट्रांजैक्शन के बारे में जानकारी मांगेगा।
अगर विभाग उसके जवाब से संतुष्ट नहीं होता है तो वह आगे कदम उठाएगा। वित्त मंत्रालय ने वेबसाइट लॉन्च करने के बाद पत्रकारों को बताया कि यह समय टैक्स करने वालों पर अंकुश लगाने का है।
हमें लोगों की टैक्स से जुड़े नियमों का पालन न करने की आदत को बदल कर टैक्स से जुड़े नियमों का पालन करवाना होगा। आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नोट बंदी के बाद अब तक 18 लाख ऐसे लोगों की पहचान की गई है जिनका कैश ट्रांजैक्शन उनकी इनकम के हिसाब से मैच नहीं करता है।
बड़े ट्रांजैक्शन करने वाले सरकार के रडार पर
नोटबंदी के बाद सरकार अब ऐसे लोगों पर फोकस कर रही है जिन्होंने नोटबंदी के दौरान बड़ी राशि के ट्रांजैक्शन किए हैं। सरकार ऐसे लोगों के बारे में जांच पड़ताल करेगी। डाटा एनालिटिक्स की बदौलत सरकार ने ऐसे 60 हजार लोगों की पहचान की है।
देश में नोटबंदी के बाद 16, 398 करोड़ रुपए की अघोषित आय की पहचान की गई है। सेट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज के चेयरमैन के मुताबिक नोटबंदी के बाद 91 लाख नए टैक्स पेयर्स जुड़े हैं। इस अवधि में 30 करोड़ से अधिक परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) आवंटित किए गए हैं।
कैश से लेन देन हुआ कम
केंद्रीय वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि नोटबंदी के बाद डिजिटल ट्रांजैक्शन को गति मिली है। इसके साथ ही टैक्स का कलेक्शन बढ़ गया है। लोगों में कैश में लेन देन को लेकर डर पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि लोग भी अब टैक्स चुकाने के प्रति जागरूक हो रहे हैं, लेकिन अभी और जागरूकता की आवश्यकता है।
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