अदानी समूह द्वारा उपभोक्ता वस्त्र (FMCG) क्षेत्र से बाहर निकलने की घोषणा के बाद, अदानी विल्मर लिमिटेड के शेयरों में मंगलवार को 7% की गिरावट आई। यह गिरावट कंपनी के बाजार मूल्य को प्रभावित करती है, खासकर जब से इसने अपने 25 साल पुराने संयुक्त उद्यम से बाहर निकलने का फैसला किया है।
Adani Group अपनी 31% हिस्सेदारी विल्मर इंटरनेशनल को ₹305 प्रति शेयर की अधिकतम कीमत पर बेचेगा, जो सोमवार के बंद भाव से 7.2% कम है। शेष 13% हिस्सेदारी सार्वजनिक बाजार में बेची जाएगी, ताकि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता मानदंडों का पालन किया जा सके।
इस घोषणा के बाद, Adani Wilmar के शेयरों में 7.2% की गिरावट आई, जिससे शेयर का मूल्य ₹305.65 तक पहुंच गया। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि अदानी समूह का यह कदम अपने बुनियादी ढांचे (Infrastructure) के व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करने की रणनीति का हिस्सा है।
Wilmar International ने कहा है कि वह इस सौदे के लिए आंतरिक स्रोतों और बैंक उधार का उपयोग करेगा और भविष्य में रणनीतिक निवेशकों को शामिल करने की योजना बना रहा है।
अदानी विल्मर, जो ‘फॉर्च्यून’ ब्रांड के तहत खाद्य तेल और अन्य उपभोक्ता उत्पाद बेचता है, भारत में प्रमुख खाद्य तेल और FMCG कंपनियों में से एक है। इस सौदे के बाद कंपनी का नाम बदलकर ‘AWL’, ‘AWL एग्री बिजनेस’ या ‘फॉर्च्यून एग्री बिजनेस’ रखा जाएगा।
अदानी समूह के इस निर्णय के बाद, अदानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में लगभग 8% की वृद्धि देखी गई, जबकि अदानी विल्मर के शेयरों में गिरावट आई। यह सौदा अदानी समूह के लिए अपने बुनियादी ढांचे के व्यवसायों को मजबूत करने और वित्तीय स्थिति में सुधार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।