लखनऊ की बिजनेस वुमन अंजलि सिंह महिलाओं को दिखा रही राह

महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, जो आने वाले भविष्य के नए भारत के लिए शुभ संकेत है। महिलाएं क्या नहीं कर सकती हैं, इसी कड़ी में एक और नाम लखनऊ से जुड़ा है। अंजलि ने कुछ ऐसा कर दिखाया जो आने वाली पीढ़ी की महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन जाएगा। अंजलि सिंह एक महिला उद्यमी हैं। जिनके काम को पूरे प्रदेश में सराहना मिल रही है।
राज्यपाल ने किया सम्मानित
उनकी इस सफलता को इनाम भी मिला है, उत्तर प्रदेश के महामहिम राज्यपाल राम नाइक ने हाल ही में अंजलि को फिक्की फ्लो अवॉर्ड से नवाजा है। अंजलि को ये मुकाम हासिल करने के लिए बहुत सी चीजें त्यागना पड़ा है। नौकरी छोड़कर अंजलि ने जूट का बिजनेस शुरू किया। इस बिजनेस के जरिये अंजलि ने खुद तो अपनी पहचान बनाई ही साथ उन महिलाओं को भी जोड़ा जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। उनको भी अपने बिजनेस से जोड़ा और रोजगार का जरिया दिया।
ढाई हजार महिलाओं को ट्रेनिंग दी जा रही थी
अंजलि से जब पूछा गया कि जूट का ही बिजनेस क्यों? तो वह कहती हैं कि नेशनल जूट बोर्ड मिनिस्ट्री आफ टेक्सटाइल की तरफ से एक प्रोजेक्ट चल रहा था। जिसके तहत करीब ढाई हजार महिलाओं को वहां ट्रेनिंग दी जा रही थी। जब मैने देखा कि इतनी संख्या में महिलाएं ट्रेनिंग कर रही है तो मेरे दिमाग में इस बिजनेस को करने का विचार आया। उन महिलाओं की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वह खुद से बिजनेस शुरू कर पायें इसलिये मैने इस बिजनेस को शुरू करके अन्य महिलाओं को रोजगार देने का निर्णय लिया।
इस बिजनेस में फायदा भी नजर आया
अच्छी बात ये रही उन दिनों पॉलीथीन बैन हो चुकी थी, इसलिये इस बिजनेस में फायदा भी नजर आया। शुरुआत में महिलाओं को बिजनेस से जोड़ने के लिये काफी समझाना पड़ा, क्योंकि उनके घर का माहौल ऐसा नहीं था। धीरे-धीरे मेहनत रंग लाई और जूट आर्टीजन्स गिल्ड एसोसिएशन संस्था के नाम से जूट का बिजनेस शुरू कर दिया। इस समय मेरे साथ दो सौ महिलाएं काम कर रही है।
बैक से लोन मिल गया
अंजलि आगे बताती हैं, 'शुरू में सबसे बड़ा चैलेंज था कच्चा माल मंगाना क्योंकि फैमली में भी पहले किसी ने बिजनेस नहीं किया था। इसलिए छोटे-छोटे डीलरों को पकड़ा जो कानपुर और दिल्ली में थे, उन्होने हमें कच्चा माल उपलब्ध कराया। जब हमारा बिजनेस बढ़ने लगा तब हमने बैंक से लोन के लिये अप्लाई किया बैंक ने जब सर्वे किया इतनी महिलाओं को काम करते हुए देखा, तो वो भी आश्वस्त हुए इस तरह से हमें बैक से लोन मिल गया।'
अंजलि केवल सरकारी ऑर्डर पर ही माल तैयार करती हैं। जूट के बैग, शॉपिंग बैग, डेलीगेट किट भी उनकी संस्था बनाती है। जिससे उनका बिजनेस तेजी से बढ़ा और एक मुकाम हासिल कर चुका है। इधर अब उन्होंने कच्चा माल सीधे कोलकाता से ही उठा रही हैं। जिससे उनकी मार्जिन में इजाफा हुआ है। अभी उनकी बचत सारे खर्च निकलने के बाद 8 फीसदी होती है। ज्यादा से ज्यादा आर्डर मिले इसके लिए वह कीमत और क्वालिटी पर विशेष ध्यान देती हैं। भविष्य में वह इसी बिजनेस को आगे बढाना चाहती हैं, साथ ही अन्य महिलाओं ट्रेनिंग देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने में मदद करेंगी।
अवार्ड
अंजलि को 29 अप्रैल 2017 को गवर्नर राम नाइक ने आउटस्टैंडिंग वुमन आंत्रेप्रेन्योर के लिए फिक्की फ्लो अवॉर्ड से सम्मानित किया। इसके अलावा उन्हें लखनऊ मैनेजमेंट एसोशिएशन ने बेस्ट वुमन आंत्रेप्रन्योर अवॉर्ड, इस्टर्न मसाला कंपनी की तरफ से भी बेस्ट विमेन आंत्रेप्रेन्योर अवॉर्ड और एचटी मीडिया ने भी अवार्ड देकर सम्मानित किया है।
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