अंग्रेजी कैलेंडर के अप्रैल महीने में हिंदू नववर्ष की शुरूआत होती है। इसे चैत्र का महीना कहा जाता है। हर महीने के 30 दिनों को दो पक्षों में बांटा जाता है, जिसे कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष कहा जाता है। इसी क्रम में चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भगवान हनुमान का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस दिन हनुमान जी के बाल रूप की विधि विधान से पूजा की जाती है। कलयुग में माना जाता है कि हनुमान जी जीवित हैं, इसलिए उन्हें कलयुग का देवता भी कहा जाता है। इस दिन इनकी पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
भगवान हनुमान को पसंद हैं लाल वस्त्र
हनुमान जयंती के दिन देश के सभी घरों और मंदिरों में बाल रूप की पूजा होती है। इस दिन भगवान को लाल रंग के कपड़े पहनाए जाते हैं। उनको लाल कपड़े पहनाना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही भगवान को पीले रंग के वस्त्र भी पहना सकते हैं।