कब है दुर्गाष्टमी व्रत और क्या है पूजा विधि यहां जानिए

हिंदू वैदिक पंचांग के अनुसार, हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा की विधिपूर्वक उपासना करने से हर प्रकार के दुख-दर्द, संकट, रोग और भय दूर होते हैं। साथ ही व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ऐसी मान्यता है कि मां दुर्गा की विशेष कृपा से शुभ फल की प्राप्ति होती है। दुर्गा देवी को प्रसन्न करने के लिए मासिक दुर्गाष्टमी का दिन बेहद फलदायी माना जाता है। भक्त इस विशेष दिन पर भक्त मां दुर्गा के निमित्त व्रत रखते हैं और उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। आइए जानते हैं कि जेठ माह में मासिक दुर्गाष्टमी किस दिन है और पूजा विधि, शुभ मुहूर्त आदि क्या है-

मासिक दुर्गाष्टमी तिथि

  1. ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारम्भ 13 जून 2024 को रात 8 बजकर 03 मिनट पर हो रहा है।
  2. अष्टमी तिथि का समापन 14 जून को रात 10 बजकर 33 मिनट पर होगा।
  3. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत 14 जून, शुक्रवार के दिन किया जाएगा।

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा विधि

  • मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
  • इसके बाद मां दुर्गा का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें।
  • फिर मंदिर की सफाई करने के बाद एक चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं।
  • इसके बाद इस चौकी पर मां दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
  • मां दुर्गा को पूजा में सोलह श्रृंगार की साम्रगी, लाल चुनरी, लाल रंग के फूल आदि अर्पित करें।
  • अंत में मां दुर्गा की आरती करें और उनके मंत्रों का जाप करते हुए सभी में प्रसाद बांटें।

दुर्गाष्टमी पर करें इस मंत्र का जाप

या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥

या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता,

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।

दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।

सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।

शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।

दुर्गाष्टमी पर लगाएं इन चीजों का भोग

  • मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा को खीर का भोग लगाएं। इससे माता रानी प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है।
  • अष्टमी के दिन मां दुर्गा को पंचामृत और शक्कर का भोग लगा सकते हैं। इन चीजों का भोग लगाने से व्यक्ति को दीर्घ आयु का वरदान प्राप्त होता है।
  • करियर में सफलता पाने के लिए मां दुर्गा को केले का भोग लगाएं। ऐसा करने से व्यक्ति की बुद्धि का विकास होता है और मनचाही सफलता मिलती है।
  • अगर आप धन लाभ पाना चाहते हैं, तो मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा को दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं। इससे धन, वैभव और ऐश्वर्य प्राप्त होता है।

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