
आज मंगलवार के दिन ज्येष्ठ महीने की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि है। इस तिथि पर नंदी का अधिकार है, जो भगवान शिव के वाहन हैं। पुराने पापों के प्रायश्चित के साथ योग करने और ध्यान करने के लिए सबसे अच्छा दिन है। प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि भी आज है। आज सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. मंगलवार व भौम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक व ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें और हनुमान बाहुक, बजरंगबाण, हनुमान चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं।
शुभ कार्यों के लिए अच्छा नहीं है नक्षत्र : आज के दिन चंद्रमा मेष राशि और भरणी नक्षत्र में रहेगा. मेष राशि में 13:20 से 26:40 तक इसका विस्तार होता है। इस नक्षत्र के देवता यम हैं और शुक्र इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह हैं। नक्षत्र उग्र और क्रूर स्वभाव का होता है। माना जाता है कि इस नक्षत्र में क्रूर कार्य, कुआं खोदना, कृषि संबंधी काम, दवाई बनाने, आग से कोई वस्तु बनाने आदि के लिए उपयुक्त माना जाता है। इस नक्षत्र में किसी को भी पैसा उधार नहीं देना चाहिए। हथियार संबंधी काम, पेड़ काटने या प्रतियोगिता में आगे बढ़ने के लिए इस नक्षत्र में कार्य करना अच्छा रहता है। शुभ कार्यों के लिए यह नक्षत्र नहीं है।
आज के दिन का वर्जित समय : आज के दिन 16:00 से 17:41 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा। इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम से भी परहेज करना चाहिए। आज का पंचांग शुभ मुहूर्त
- विक्रम- संवत 2080
- मास -ज्येष्ठ
- पक्ष -कृष्ण पक्ष त्रयोदशी
- दिन- मंगलवार, 4 जून
- तिथि- कृष्ण पक्ष त्रयोदशी
- योग -शोभन
- नक्षत्र -भरणी
- करण- गर
- चंद्र -राशि मेष
- सूर्य राशि – वृषभ
- सूर्योदय – सुबह 05:53 बजे
- सूर्यास्त -शाम 07:22 बजे
- चंद्रोदय- सुबह 03.58 (जून 5)
- चंद्रास्त- शाम 05.10 बजे
- राहुकाल –16:00 से 17:41
- यमगंड –10:56 से 12:37