हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है इससे जीवन में सुख-शांति बनी रहती हैं और सुख-समृद्धि बनी रहती है। हर महीने 2 प्रदोष व्रत रखे जाते हैं पहला कृष्ण पक्ष का और दूसरा शुक्ल पक्ष का। ज्येष्ठ महीने का पहला प्रदोष व्रत बीत चुका है। अब दूसरा प्रदोष व्रत रखा जाएगा। आइए जानते हैं ज्येष्ठ महीने का दूसरा प्रदोष कब रखा जाएगा, क्या है सही डेट, शुभ मुहूर्त।
प्रदोष व्रत की तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 19 जून को सुबह 7 बजकर 29 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 20 जून को सुबह 7 बजकर 49 मिनट पर होगा। प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में यानी संध्याकाल में की जाती है। इस कारण प्रदोष व्रत 19 जून का ही रखा जाएगा। ये प्रदोष व्रत बुधवार के दिन पड़ेगा इसलिए ये बुध प्रदोष व्रत कहलाएगा।
पूजा का शुभ मुहूर्त
बुध प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त 19 जून को शाम 7 बजकर 22 मिनट से लेकर रात 9 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।