सनातन धर्म में अमावस्या तिथि को बहुत ही खास माना जाता है। लेकिन इनमें से कुछ अमावस्या विशेष मानी गई हैं। वैशाख अमावस्या भी इसमें शामिल है। इस बार की वैशाख अमावस्या इसलिए भी विशेष है क्योंकि इस दिन 3 शुभ योगों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। 8 मई को वैशाख अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, सौभाग्य योग और शोभन योग का निर्माण होने जा रहा है।
वैशाख अमावस्या स्नान-दान मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, वैशाख के माह कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 7 मई को सुबह 11 बजकर 40 मिनट से प्रारंभ होकर 8 मई को सुबह 08 बजकर 51 पर समाप्त होगी।
लिहाजा वैशाख अमावस्या का स्नान-दान 8 मई को किया जाएगा. वहीं वैशाख अमावस्या का व्रत 7 मई को रखा जा सकता है। वैशाख अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करना और फिर पितरों के निमित्त दान करना बेहद शुभ माना जाता है. इसके अलावा पितरों के लिए तर्पण, श्राद्ध आदि करने से पितृ दोष दूर होता है. पितरों की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और भगवान शिव की उपासना करनी चाहिए।