एनडीए संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। बीते शुक्रवार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया।
बता दें कि, देश में हुए 18वें लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जा चुके हैं, जिसमें बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने 292 सीट हासिल की और बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। वहीं बीजेपी को 240 सीटे मिलीं।
पीएम मोदी का शपथ ग्रहण समारोह
नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस समारोह के लिए रविवार, 9 जून 2024 की तारीख तय की गई है। शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में रविवार शाम 07 बजकर 15 मिनट पर होगा। बता दें कि पहले ऐसी चर्चा थी कि मोदी 8 जून को पीएम पद की शपथ लेंगे। लेकिन बाद में 9 जून की तारीख तय की गई। हालांकि तारीख बदलने की सटीक जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन 9 जून की तारीख तय करने की एक वजह इस दिन बनने वाले शुभ और प्रबल योग हो सकते हैं। आइये जानते हैं जिस दिन मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे उस दिन कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे।
9 जून का पंचांग
हिंदू पंचांग के अनुसार, 09 जून को रविवार का दिन रहेगा और ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि रहेगी। इस दिन वृद्धि और ध्रुव योग रहेगा। रात 8:20 तक पुनर्वसु नक्षत्र और इसके बाद पुष्य नक्षत्र रहेगा। चंद्रमा कर्क राशि में संचरण करेंगे। वहीं शाम 05:27 से 07:07 तक राहुकाल रहेगा। ऐसे में राहुकाल खत्म होने के बाद और पुनर्वसु नक्षत्र में नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
बता दें कि प्रधानमंत्री पद की शपथ पहले 8 जून को होनी थी लेकिन बाद में इस तिथि को बदलकर 9 जून किया गया। ज्योतिष के अनुसार, 9 जून को रविवार का दिन है और यह सूर्य का दिन होता है। ज्योतिष में सूर्य को ग्रहों का राजा और शासन सत्ता का कारक कहा जाता है। सूर्य ही शासन सत्ता चलाते हैं।
वहीं अंक ज्योतिष के अनुसार 9 तारीख यानी 9 अंक का प्रतिनिधित्व मंगल ग्रह को माना गया है, जोकि ऊर्जा, साहस और वीरता के कारक हैं। पीएम मोदी की कुंडली भी वृश्चिक लग्न की है, जिसके स्वामी मंगल हैं।
इस तरह से सूर्य और मंगल का प्रभाव प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण वाले दिन रहने वाला है। ऐसे में काफी संभावना है कि सूर्य और मंगल दोनों के प्रभाव में बनी नई सरकार देश और दुनिया के लाभकारी साबित हो सकती है।
हिंदू धर्म में हर कार्य के लिए शुभ-अशुभ तिथियां और नक्षत्र निर्धारित की गई हैं, जिससे की कार्य सफल तरीके से संपन्न हों। ज्योतिष के अनुसार शपथ ग्रहण के लिए पंचांग की चतुर्थ, नवम, अमावस्या, चतुर्दशी और पूर्णिमा का दिन शुभ नहीं माना जाता है। वहीं रोहिणी, पुष्य, अनुराधा, ज्येष्ठा, मृगशिरा, श्रवण, उत्तराषाढ़ा, रेवती, उत्तराभाद्रपद और अश्विनी नक्षत्र को शपथ ग्रहण के लिए शुभ माना जाता है।