सनातन धर्म में हिंदू कैलेंडर के अनुसार, तीसरा माह ज्येष्ठ माह को माना जाता है। इसे जेठ माह भी कहा जाता है। वैशाख मास की पूर्णिमा तिथि समाप्त होने के बाद ज्येष्ठ माह आरंभ होता है।
सनातन धर्म में साल के सभी महीने बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। प्रत्येक महीना किसी न किसी देवी देवता को समर्पित होता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक वैशाख समाप्त होने वाला है और ज्येष्ठ का माह शुरू होने वाला है। यह महीना जल के देवता वरुण पवन पुत्र हनुमान की पूजा आराधना करने के लिए समर्पित होता है। इतना ही नहीं धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस महीने किया गया जल दान कई जन्मों तक शुभ फल प्रदान करता है। इस साल ज्येष्ठ माह हिंदू पंचांग के मुताबिक 24 मई यानि आज से शुरू हो रहा है जिसका समापन 23 जून तक रहेगा।
ज्योतिषों का मानना है कि सनातन धर्म में ज्येष्ठ माह बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। क्योंकि इस महीने पवन पुत्र हनुमान और भगवान सूर्य की पूजा आराधना की जाती है। इस महीने खान-पान दिनचर्या का विशेष ध्यान रखा जाता है । धार्मिक दृष्टि से यह महीना बहुत पुण्य फलदाई माना जाता है।