
धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है, दिवाली के उत्सवों की शुरुआत का प्रतीक है। यह पर्व विशेष रूप से धन के देवता भगवान कुबेर और स्वास्थ्य के देवता भगवान धन्वंतरि की पूजा के लिए मनाया जाता है। 2024 में धनतेरस 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन सोना, चांदी, बर्तन और आभूषण खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है।
धनतेरस 2024: शुभ मुहूर्त
- पूजा का समय: 29 अक्टूबर 2024, शाम 7:27 बजे से रात 9:16 बजे तक
- प्रदोष काल: 29 अक्टूबर 2024, शाम 6:37 बजे से रात 9:16 बजे तक
- वृषभ काल: 29 अक्टूबर 2024, शाम 7:27 बजे से रात 9:19 बजे तक
धनतेरस पूजा विधि
धनतेरस के दिन सुबह से ही लोग स्नान कर घर की साफ-सफाई में जुट जाते हैं। घरों को रंगोली, फूलों और दीयों से सजाया जाता है ताकि समृद्धि का स्वागत हो सके। शुभ मुहूर्त के दौरान सोना, चांदी, बर्तन आदि की खरीदारी का विशेष महत्व होता है। इस दिन की गई खरीदारी से घर में धन और सुख-समृद्धि का वास होता है।
शाम के समय यम दीपम की प्रथा के तहत एक चार मुख वाला दीया जलाया जाता है और इसे भगवान यमराज को समर्पित किया जाता है। यह अनुष्ठान जीवन की समस्याओं और अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति का प्रतीक माना जाता है।
क्या खरीदें धनतेरस पर?
धनतेरस के दिन सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन, और नए घरेलू सामान खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। कुछ लोग इस दिन नई गाड़ियों, इलेक्ट्रॉनिक सामान और घर के लिए नए वस्त्र भी खरीदते हैं। मान्यता है कि धनतेरस पर की गई खरीदारी से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
धनतेरस का महत्व
धनतेरस हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसे हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा कर स्वास्थ्य और धन की प्राप्ति की कामना की जाती है। “धनतेरस” का अर्थ ही धन से है, और यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। साथ ही यह दिन भगवान धन्वंतरि के जन्मोत्सव के रूप में भी विशेष रूप से मनाया जाता है।
धनतेरस के इस पावन पर्व पर, आप भी अपने परिवार के साथ मिलकर पूजा करें और समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करें।