Posted by: Team IndiaWave Last updated on : August 17, 2019

रवि शास्त्री फिर क्यों बने हेड कोच, पढ़िए उनकी पूरी जन्मकुंडली

टीम इंडिया के नए कोच के रूप में रवि शास्त्री एक बार फिर से चुन लिए गए हैं। चयन के लिए बनी क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी ने तीन लोगों का चुनाव किया था। जिसमें वरीयता के क्रम में रवि शास्त्री पहले नंबर पर, माइक हेसन दूसरे नंबर पर और टॉम मूडी तीसरे नंबर पर मौजूद थे। कोच के चुनाव के बाद अब कोचिंग स्टॉफ का चयन होना है, जिसमें रवि शास्त्री की पसंद के अनुसार चुनाव हो सकता है। कोच का चयन वर्ष 2021 तक के लिए किया गया है। हालांकि रवि शास्त्री के चयन पर कई लोग सवाल खड़े कर रहे हैं, उनका मानना है कि रवि शास्त्री के गलत निर्णय के कारण ही टीम हाल में हुए वर्ल्ड कप से बाहर हो गई थी।

क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी की ओर से जारी किया गया पत्र

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रवि शास्त्री के चयन पर उठ रहे सवाल

दरअसल रवि शास्त्री की कोचिंग पर वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद से सवाल उठने लगे थे। सेमीफाइनल मैच में अप्रत्याशित रूप से भारत न्यूजीलैंड के हाथों हार गया था। इस मैच में टीम इंडिया की बल्लेबाजी पूरी तरह से धराशायी हो गई थी। पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने अच्छी बल्लेबाजी की थी, लेकिन उन्हें 7वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारने के कारण रवि शास्त्री के फैसले की आलोचना हुई थी। इस मैच को भारत 18 रन से हार वर्ल्ड कप से बाहर हो गया था। तमाम लोगों ने रवि शास्त्री पर आरोप लगाते हुए उन्हें कोच पद से हटने की मांग की थी।

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इस वजह से हुआ रवि शास्त्री का चयन

रवि शास्त्री का कार्यकाल वर्ल्ड कप के बाद से ही समाप्त हो गया था, लेकिन वेस्टइंडीज सीरीज के चलते उनके कार्यकाल को 45 दिन के लिए बढ़ा दिया गया था। हालांकि रवि शास्त्री की कोचिंग में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। वर्ल्ड कप के बाद ही टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 और वनडे सीरीज जीत चुकी है। रवि शास्त्री के टीम के खिलाड़ियों के साथ अच्छे ताल्लुकात हैं। खासकर कप्तान विराट कोहली और रवि शास्त्री के बीच अच्छा तालमेल देखा जाता है। एक सबसे बड़ी बात यह है कि रवि शास्त्री का पिछले 02 साल में टीम के खिलाड़ियों के साथ कोई विवाद नहीं रहा है। उनकी कोचिंग में टीम वनडे और टेस्ट की आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंची है।

बेहतर खिलाड़ी रहे हैं शास्त्री

कोच के चयन के लिए बनी क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी की मुख्य जिम्मेदारी पूर्व कप्तान कपिल देव की थी। इसके अलावा मुख्य रूप से अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी शामिल थे। तीनों ने रवि शास्त्री को पहले नंबर की वरीयता दी थी, इसके बाद माइक हेसन और टॉम मूडी शामिल थे। इन तीनों खिलाड़ियों के अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में रिकॉर्ड की बात करें तो रवि शास्त्री ने 80 टेस्ट मैच की 121 पारियों में 35.79 की औसत से 3830 रन बनाए है। वहीं वनडे मैचों में उन्होंने 150 मैच में 29 की औसत से 3108 रन बनाए हैं। वहीं रवि शास्त्री ने टेस्ट मैचों में 151 और वनडे मैच में 129 विकेट भी चटकाएं हैं।

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हेसन ने किया था न्यूजीलैंड का कायाकल्प

वहीं अन्य प्रमुख दावेदार माइक हेसन भी न्यूजीलैंड की टीम के 06 साल तक कोच रहे हैं। उनकी कोचिंग में टीम ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। वर्ष 2015 में न्यूजीलैंड की टीम जब वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी तो हेसन ही कोच थे। फाइनल में हार के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा वह आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के कोच रह चुके हैं। उनकी कोचिंग में न्यूजीलैंड की टीम ने कई बार 300 का स्कोर भी चेज किया है।

टॉम मूडी की बात करें तो वह आस्ट्रेलिया के शानदार टॉप ऑर्डर के खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने 08 टेस्ट मैच की 14 पारियों में 32.57 की औसत से 456 रन बनाए हैं। वहीं वनडे क्रिकेट में 76 मैचों में 23.28 की औसत से 1211 रन बनाए हैं। टॉम मूडी की गिनती ऑलराउंडर खिलाड़ियों में होती है। उन्होंने 76 वनडे मैच में 52 विकेट भी लिए हैं। 

2000 से ज्यादा मिले आवेदन

रवि शास्त्री का कार्यकाल खत्म होने से पहले ही बीसीसीआई ने टीम इंडिया के मुख्य कोच के पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। 30 जुलाई तक इसे लिए आवेदन करने थे। बताया जा रहा है कि कोच और कोचिंग स्टाफ के लिए करीब 2000 लोगों ने आवेदन किया था। इसमें पूर्व खिलाड़ी रॉबिन सिंह भी शामिल थे, जिन्होंने मुख्य कोच के लिए आवेदन किया था। रॉबिन इससे पहले भी टीम इंडिया के फील्डिंग कोच रह चुके हैं। साथ ही वह अंडर-19 और इंडिया ए के खिलाड़ियों को भी कोचिंग दे चुके हैं। उन्होंने टीम इंडिया के सेमीफाइनल में हार के बाद रवि शास्त्री के लिए बयान देते हुए कहा था कि उनके कार्यकाल में टीम 02 बार हार चुकी है। टी-20 वर्ल्ड कप में भी हार का सामना करना पड़ा था। अब हमें 2023 की तैयारियों को लेकर बदलाव की जरूरत है।

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